श्रीनिवासन हैं तैयार, लेंगे आइसीसी की बैठक में हिस्सा
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड के मामलों के संचालन से अलग हुए एन श्रीनिवासन ने बीसीसीआइ के प्रतिनिधि के तौर पर नौ और 10 अप्रैल को दुबई में आइसीसी की कार्यकारी बोर्ड की बैठक में हिस्सा लेने की तैयारी कर ली है। 'ईएसपीएन क्रिकइंफो' के मुताबिक बीसीसीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की, कि
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड के मामलों के संचालन से अलग हुए एन श्रीनिवासन ने बीसीसीआइ के प्रतिनिधि के तौर पर नौ और 10 अप्रैल को दुबई में आइसीसी की कार्यकारी बोर्ड की बैठक में हिस्सा लेने की तैयारी कर ली है। 'ईएसपीएन क्रिकइंफो' के मुताबिक बीसीसीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की, कि श्रीनिवासन आइसीसी की बोर्ड बैठक में हिस्सा लेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने जहां श्रीनिवासन को बोर्ड के सभी मामलों से अलग कर दिया था, लेकिन दो न्यायाधीशों की खंडपीठ ने आइसीसी के मामलों के संदर्भ में उनकी भूमिका को लेकर कोई आदेश देने से इन्कार करते हुए कहा था कि यह बीसीसीआइ का 'अंदरूनी' मामला है। सामान्यत: बीसीसीआइ अध्यक्ष को आइसीसी बोर्ड मेंनिदेशक के रूप में शामिल किया जाता है और सचिव आइसीसी के मुख्य कार्यकारियों की समिति की बैठक में हिस्सा लेता है। बीसीसीआइ अध्यक्ष आइसीसी बैठक के लिए बोर्ड के प्रतिनिधि को नामित करता है और पिछले साल 29 सितंबर को चेन्नई में हुई पिछली बैठक में मौखिक तौर पर यह फैसला किया गया था कि श्रीनिवासन आइसीसी के कार्यकारी बोर्ड और संजय पटेल मुख्य कार्यकारियों की समिति में बरकरार रहेंगे।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के कुछ घंटों बाद पटेल ने कहा था कि श्रीनिवासन आइसीसी में बीसीसीआइ के प्रतिनिधि बने रहेंगे। लेकिन इसके बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर्स संघों के महासंघ (फिका) ने आइसीसी से आग्रह किया किया वह श्रीनिवासन को कार्यकारी बोर्ड की बैठक से अलग कर दे और जुलाई में उन्हें आइसीसी चेयरमैन बनने की स्वीकृति भी नहीं दे। कम से कम तब तक जब तक उन्हें सभी आरोपों से बरी नहीं किया जाए। सुप्रीम कोर्ट के श्रीनिवासन को बीसीसीआइ अध्यक्ष के पद से हटाने के बाद से आइसीसी ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है। आइसीसी लगातार कहता आया है कि फिलहाल वह कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता। बीसीसीआइ ने कहा है कि उसने न सिर्फ श्रीनिवासन के आइसीसी की जिम्मेदारी संभालने पर सुप्रीम कोर्ट की स्वीकृति हासिल कर ली है, बल्कि साथ ही दावा किया कि आइसीसी बोर्ड में उनके चेयरमैन बनने को लेकर कोई विरोध नहीं है।