साउथ अफ्रीका को मिला 466 रन का विशाल लक्ष्य, सीरीज बराबरी पर हैं मेजबानों की निगाहें
South Africa vs England Test Series साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 466 रन बनाने हैं जिससे कि 4 मैचों की टेस्ट सीरीज बराबर की जा सके।
जोहानिसबर्ग, एएफपी। South Africa vs England Test Series: पदार्पण कर रहे तेज गेंदबाज ब्युरन हेंड्रिक्स के पांच विकेट से दक्षिण अफ्रीका ने चौथे और अंतिम टेस्ट के तीसरे दिन इंग्लैंड को दूसरी पारी में 248 रन पर समेट दिया, लेकिन मेजबान टीम को मैच जीतकर सीरीज बराबर करने के लिए 466 रन का बेहद मुश्किल लक्ष्य मिला है।
इंग्लैंड ने पहली पारी में 217 रन की बढ़त हासिल करने के बावजूद दक्षिण अफ्रीका को फालोऑन नहीं दिया। मेहमान टीम ने इसके बाद कप्तान जो रूट (58), सलामी बल्लेबाज डॉम सिबले (44) और सैम कुर्रन (35) की बदौलत अपनी कुल बढ़त को 450 रन के पार पहुंचाया। पदार्पण कर रहे हेंड्रिक्स ने 64 रन देकर पांच विकेट चटकाए। एनरिच नोर्टजे और ड्वेन प्रिटोरियस ने भी दो-दो विकेट हासिल किए।
इससे पहले मार्क वुड (5/46) की तूफानी गेंदबाजी के सामने दक्षिण अफ्रीका की टीम पहली पारी में 183 रन ही बना सकी। पहली पारी में 400 रन बनाने वाले इंग्लैंड ने 217 रन की बढ़त हासिल की। दक्षिण अफ्रीका की ओर से सिर्फ क्विंटन डिकॉक (76) ही टिककर बल्लेबाजी कर पाए। उनके अलावा ड्वेन प्रिटोरियस (37) ही 30 रन के आंकड़े को पार कर पाए।
दक्षिण अफ्रीका ने दिन की शुरुआत छह विकेट पर 88 रन से की और दिन के पहले ओवर में ही वर्नोन फिलेंडर (04) का विकेट गंवा दिया, जिन्हें क्रिस वोक्स (2/38) ने स्टुअर्ट ब्रॉड के हाथों कैच कराया। डिकॉक और प्रिटोरियस ने इसके बाद आठवें विकेट के लिए 79 रन जोड़े। डिकॉक ने इस बीच मौजूदा सीरीज का अपना चौथा अर्धशतक भी पूरा किया। बेन स्टोक्स (2/47) ने प्रिटोरियस को पवेलियन भेजकर इस साझेदारी का अंत किया। वुड ने अगले ओवर में डिकॉक को बोल्ड किया और फिर डेन पैटरसन (04) को विकेटकीपर जोस बटलर के हाथों कैच कराके दक्षिण अफ्रीका की पारी का अंत किया।
फिलेंडर पर लगा जुर्माना
अपना अंतिम टेस्ट खेल रहे दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज वर्नोन फिलेंडर पर वांडरर्स स्टेडियम में चल रहे चौथे टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड के बल्लेबाज जोस बटलर के आउट होने पर अपशब्द कहने के लिए मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। आइसीसी घोषणा की कि फिलेंडर को लेवल एक का दोषी पाया गया जिसमें अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अभद्र भाषा शामिल है।