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बिना जांच के मो. शमी को केंद्रीय करार से बाहर करने के खिलाफ सौरव गांगुली

सौरव गांगुली ने मुंबई में हुई आइपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक में मुहम्मद शमी का पक्ष लिया।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 16 Mar 2018 06:23 PM (IST)Updated: Fri, 16 Mar 2018 06:23 PM (IST)
बिना जांच के मो. शमी को केंद्रीय करार से बाहर करने के खिलाफ सौरव गांगुली
बिना जांच के मो. शमी को केंद्रीय करार से बाहर करने के खिलाफ सौरव गांगुली

अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। पूर्व कप्तान और बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने मुंबई में हुई आइपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक में मुहम्मद शमी का पक्ष लिया। बीसीसीआइ के कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी ने भी उनका इस मुद्दे पर साथ दिया।

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पत्नी हसीन जहां की शिकायत के बाद ही बीसीसीआइ ने शमी को अपने नए वार्षिक करार में शामिल नहीं किया था। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) के कहने पर यह फैसला हुआ था। बैठक में मौजूद पदाधिकारी ने बताया कि गांगुली ने शमी पर चर्चा के दौरान इस खिलाड़ी को केंद्रीय करार से बाहर करने के तरीके पर नाराजगी जताई। गांगुली ने कहा कि सिर्फ आरोप के बाद उन्हें केंद्रीय करार से बाहर निकालना सही नहीं। बिना तहकीकात के यह कदम उठाना सही नहीं था। जब एसीयू की रिपोर्ट शमी के खिलाफ आती या पुलिस उन्हें गिरफ्तार करती तो कोई फैसला लिया जाना चाहिए था।

अनिरुद्ध ने भी बैठक में गांगुली का का समर्थन करते हुए कहा कि जब नवजोत सिंह सिद्धू पर आरोप लगे तो क्या उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था? इसके बाद बीसीसीआइ के कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना ने कहा कि शमी की आइपीएल में भागीदारी पर फैसला भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) प्रमुख नीरज कुमार की जांच रिपोर्ट पर निर्भर करेगा। सीओए प्रमुख विनोद राय ने नीरज कुमार को इस क्रिकेटर पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने का निर्देश दिया है। शमी की पत्नी हसीन जहां ने इस गेंदबाज पर ब्रिटेन के व्यवसायी से पाकिस्तानी महिला के जरिये धनराशि लेने का आरोप लगाया था। नीरज जांच कर रहे हैं और उन्हें सात दिन का समय दिया गया है।

उनकी रिपोर्ट के बाद ही कोई भी फैसला किया जाएगा। आइपीएल के 11वें सत्र के लिए शमी को दिल्ली डेयरडेविल्स ने तीन करोड़ रुपये की राशि में खरीदा था। इसके अलावा खन्ना ने कहा कि बीसीसीआइ की वित्तीय टीम ने फैसला किया कि आइपीएल के उद्घाटन समारोह पर 18 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। हालांकि इसके लिए 30 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी गयी थी। आइपीएल प्ले-आफ मैच पुणे को दिए गए हैं जबकि राजकोट और लखनऊ के नवनिर्मित स्टेडियम को 'स्टैंडबाई' के तौर पर रखा गया है, अगर किसी केंद्र को मुश्किल होती है तो इसे इस्तेमाल किया जाएगा।

इंदौर और मोहाली के मैच में होगा बदलाव : दैनिक जागरण ने एक दिन पहले ही बताया था कि किंग्स इलेवन पंजाब ने चंडीगढ़ हवाई अड्डे के रनवे के विस्तार के कारण 12 से 31 मई तक बंद रहने के कारण मैचों को बदलने के लिए कहा है। खन्ना ने कहा कि बैठक में इस पर चर्चा हुई है। जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि किंग्स के इंदौर और मोहाली में होने वाले दो घरेलू मैचों में अदला-बदली की जाएगी। बैठक में तय हुआ है कि सात अप्रैल को होने वाले उद्घाटन समारोह के दौरा सभी आठ आइपीएल टीमों के कप्तान हर बार की तरह मौजूद होंगे। आमतौर पर अगले दिन होने वाले मुकाबले में भाग लेने वाली टीमों के कप्तान इस समारोह में भाग नहीं लेते।

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