सौरव गांगुली अस्पताल से हुए डिस्चार्ज, BCCI अध्यक्ष ने कोरोना को दी मात
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ के अध्यक्ष सौरव गांगुली को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। उन्होंने कोरोना को मात दी है। इसी सप्ताह उन्हें कोविड 19 टेस्ट में पाजिटिव पाया गया था और वे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिए गए हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ के अध्यक्ष और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को हाल ही में कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। हालांकि, अब अच्छी खबर ये है कि उन्होंने कोरोना वायरस को मात दे दी है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। सौरव गांगुली कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बाद कोलकाता के वुडलैंड्स मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती थे।
गौरतलब है कि बीसीसीआइ के बॉस सौरव गांगुली ने सोमवार 27 दिसंबर को कोविड 19 टेस्ट कराया था, जिसमें वे पाजिटिव पाए गए थे। हालांकि, उनको कोरोना का कोई भी लक्षण नहीं था। यही कारण है कि अब पांच दिन के बाद उनकी फिर से आरटी-पीसीआर जांच हुई होगी और उन्हें नेगेटिव पाए जाने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई है। अस्पताल ने इस बारे में अभी जानकारी नहीं दी है कि क्या उन्हें अभी थोड़े बहुत समय के लिए होम क्वारंटाइन रहना होगा या नहीं।
फुली वैक्सीनेटेड थे गांगुली
आपकी जानकारी के लिए बता दें, पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सौरव गांगुली को कोरोना वायरस वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। वे फुली वैक्सीनेटेड थे, लेकिन वे किसी ऐसे शख्स के संपर्क में आ गए, जिसे कोरोना था और वे भी कोरोना संक्रमित हो गए। हालांकि, उनको किसी भी तरह का कोई लक्षण नहीं था। यही वजह रही कि वे इससे उबर गए हैं।
साल 1996 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले सौरव गांगुली ने 12 साल तक देश के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेली है और वे लंबे समय तक टीम के कप्तान भी रहे हैं। यहां तक कि उन्होंने आखिरी प्रतिस्पर्धी मैच 2012 में खेला था और इसके बाद उन्होंने हर तरह की क्रिकेट को अलविदा कह दिया था और वे प्रशासक के तौर पर नजर आए। सबसे पहले उन्हें बंगाल क्रिकेट संघ में जिम्मेदारी मिली और वे वहां बाद में अध्यक्ष भी बने।