सौरव गांगुली ने नहीं दी रवींद्र जड़ेजा को रणजी ट्रॉफी का फाइनल खेलने की अनुमति, ये है कारण
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने रवींद्र जड़ेजा को रणजी ट्रॉफी का फाइनल खेलने की अनुमति नहीं दी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। सौराष्ट्र और बंगाल की टीम के बीच 9 मार्च से रणजी ट्रॉफी 2019-20 का फाइनल मैच खेला जाना है। इस महामुकाबले के लिए सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ के अध्यक्ष सौरव गांगुली से मांग की थी कि वे ऑलराउंडर रवींद्र जड़ेजा को रणजी ट्रॉफी का फाइनल खेलने की अनुमति दे दें, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया है। बीसीसीआइ ने जड़ेजा को रणजी ट्रॉफी का फाइनल खेलने की इजाजत नहीं दी है।
दरअसल, बीसीसीआइ ने 'कंट्री फर्स्ट' पॉलिसी के तहत रवींद्र जड़ेजा को रणजी ट्रॉफी के फाइनल में उतरने की इजाजत नहीं दी है। इस बारे में सौरव गांगुली का मानना है कि देश पहले है, न कि घरेलू क्रिकेट। यही कारण है कि सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (SCA) की मांग को बीसीसीआइ ने दरकिनार कर दिया है। हालांकि, इस फाइनल में भारतीय टीम के दो सितारे खेलते हुए नज़र आएंगे, जिनमें एक चेतेश्वर पुजारा हैं, जबकि दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा।
जड़ेजा क्यों नहीं मिली रणजी खेलने की अनुमति?
सौराष्ट्र की टीम के लिए 9 मार्च से 13 मार्च तक खेलने जाने वाले इस फाइनल मैच में चेतेश्वर पुजारा खेलेंगे, जबकि बंगाल की टीम को उनके अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा का साथ मिलेगा। वहीं, रवींद्र जड़ेजा इस बीच भारत और साउथ अफ्रीका के मध्य खेली जाने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज का हिस्सा होंगे। यही कारण है कि उनको बीसीसीआइ ने रणजी ट्रॉफी के लिए अनुमति नहीं दी है, क्योंकि वे नियमित रूप से भारत की वनडे टीम का हिस्सा हैं।
बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली से सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष जयदवे शाह ने अनुरोध किया था कि वे जड़ेजा को रणजी फाइनल खेलनी की अनुमित दें। बाद में इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए जयदेव ने कहा है, “मैंने उनसे(सौरव गांगुली) बात की और उन्होंने कहा है कि बोर्ड जड़ेजा को रणजी खेलने की इजाजत नहीं देगा, क्योंकि देश पहले आता है।" बीसीसीआइ ने कहा है कि अगर अंतरराष्ट्रीय मैच उस समय नहीं हो रहे हैं तो फिर खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलने की छूट है।