गांगुली की एटीके में हिस्सेदारी, हितों के टकराव के आरोपों को नकारा
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने 'हितों के टकराव' मामले के आरोपों का खंडन किया है। नीरज गुंडे ने बीसीसीआइ के लोकपाल के पास गांगुली के 'हितों के टकराव' मामले में उलझने संबंधी शिकायत दर्ज की थी।
नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने 'हितों के टकराव' मामले के आरोपों का खंडन किया है। नीरज गुंडे ने बीसीसीआइ के लोकपाल के पास गांगुली के 'हितों के टकराव' मामले में उलझने संबंधी शिकायत दर्ज की थी।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक गांगुली ने इंडियन सुपर लीग (आइएसएल) की फ्रेंचाइजी एटलेटिको डी कोलकाता में 5 प्रतिशत हिस्सेदारी होने की बात स्वीकारी। लेकिन उन्होंने आइपीएल फ्रेंचाइजी राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के अधिकार वाले न्यू राइजिंग प्रमोटर्स प्रायवेट लिमिटेड में हिस्सेदारी के दावों को खारिज किया है। उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि उन्हें इस कंपनी के स्वामित्व संबंधी कोई जानकारी नहीं है।
गांगुली ने आइएसएल फ्रेंचाइजी एटलेटिको डी कोलकाता में 5 प्रतिशत हिस्सेदारी की बात स्वीकारी। आइपीएल फ्रेंचाइजी पुणे के प्रमोटर्स के पास ही एटलेटिको डी कोलकाता का स्वामित्व भी है। गांगुली ने लोकपाल जस्टिस एपी शाह को ईमेल के जरिए सूचित किया - मेरे 'कैच 22 इन्फॉर्मेटिक्स एलएलपी में 6.67 प्रतिशत शेयर है, इस कंपनी के कोलकाता गेम्स और स्पोर्ट्स प्रायवेट लिमिटेड में 75 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस तरह से देखा जाए तो मेरी कोलकाता गेम्स और स्पोर्ट्स प्रायवेट लिमिटेड में कुल 5 प्रतिशत हिस्सेदारी है। मेरा न्यू राइजिंग प्रमोटर्स से कोई संबंध नहीं है, जिन्होंने 8 दिसंबर 2015 को आइपीएल टीमों की नीलामी में हिस्सा लिया था।