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पूर्व द.अफ्रीकी क्रिकेटर का ये बेटा मुंबई टेस्ट में इंग्लैंड के लिए खेलेगा

ये हैं इंग्लैंड के 24 वर्षीय ऑलराउंडर कीटन जेनिंग्स। उनको अगले दो टेस्ट के लिए इंग्लैंड की टीम में शामिल किया गया है।

By ShivamEdited By: Published: Tue, 06 Dec 2016 07:05 PM (IST)Updated: Wed, 07 Dec 2016 10:25 AM (IST)
पूर्व द.अफ्रीकी क्रिकेटर का ये बेटा मुंबई टेस्ट में इंग्लैंड के लिए खेलेगा

(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच मुंबई में कल से शुरू होने वाले सीरीज के चौथे टेस्ट मैच में एक खास क्रिकेटर अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज कर सकता है। ये हैं इंग्लैंड के 24 वर्षीय ऑलराउंडर कीटन जेनिंग्स। उनको अगले दो टेस्ट के लिए इंग्लैंड की टीम में शामिल किया गया है।

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- क्रिकेटर पिता का वो सपना होगा पूरा

कीटन जेनिंग्स के पिता हैं रेमंड जेनिंग्स। वही रेमंड जेनिंग्स जो विराट कोहली की अगुआइ वाली आइपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स के मुख्य कोच हैं। रेमंड जेनिंग्स पूर्व दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर (विकेटकीपर बल्लेबाज) हैं लेकिन दुर्भाग्यवश वो कभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल सके क्योंकि रंगभेद के उनके दिनों में दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय टीम निलंबित थी। उनके पुत्र कीटन जेनिंग्स का जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ और इंग्लैंड में चार साल रहने के बाद वह इंग्लिश टीम के लिए खेलने के काबिल बने। उन्होंने टीम में युवा सलामी बल्लेबाज हसीब हमीद की जगह ली है जो अंगुली में फ्रैक्चर के कारण सीरीज से बाहर हो गए हैं। आज वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखते हुए अपने पिता के सपने को पूरा करने को बेताब हैं।

- लंबी कद-काठी वाला युवा ऑलराउंडर

इंग्लैंड के घरेलू क्रिकेट में डरहम टीम से खेलने वाले कीटन जेनिंग्स 6 फीट 8 इंच के लंबे-चौड़े क्रिकेटर हैं। वो एक बाएं हाथ के बल्लेबाज होने के साथ-साथ दाएं हाथ से मध्यम गति गेंदबाजी करने में भी सक्षम हैं। कीटन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अब तक 72 मैचों में 4272 रन बनाए हैं और 14 विकेट लिए हैं। उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट का आगाज 2011 में किया था।

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- पिता को न जाने कब से 'डैड' नहीं कहा

कीटन जेनिंग्स के पिता रेमंड जेनिंग्स अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट तो नहीं खेल सके लेकिन कोचिंग की दुनिया में वो सक्रिय रहे हैं। वो 2004 में कुछ समय के लिए दक्षिण अफ्रीकी टीम के कोच रहे, फिर अंडर-19 दक्षिण अफ्रीकी टीम के कोच भी रहे और फिर आइपीएल में बैंगलोर टीम के कोच बने। पुत्र कीटन का कहना है कि जब उनके पिता ने उन्हें सिखाने की शुरुआत की थी तब से लेकर अब तक ऐसे कम ही मौके आए जब उन्होंने पिता को डैड कहकर पुकारा हो, वो उन्हें ज्यादातर कोच कहकर ही बुलाते आए हैं। कीटन ने बताया कि उनके करियर में पिता का सबसे बड़ा योगदान रहा है।

- बेटे को दिए हैं 'टिप्स'

रे जेनिंग्स इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर को कोचिंग दे चुके हैं और उन्हें भारतीय हालात का अच्छा अनुभव है इसलिए उन्होंने अपने बेटे को टिप्स भी दिए हैं। कीटन ने कहा कि मेरे पिता ने मुझसे भारत की संस्कृति का लुत्फ उठाने को कहा है। मुझे काफी पानी पीने और यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि बोतल बंद पानी हो। पिछली बार मैं 2009-10 में अपने पिता के साथ आइपीएल के लिए आया था। पर्यटक के रूप में, काफी लुत्फ उठाया और मैं उस स्थान पर वापस आ गया हूं जिसे मैं पसंद करता हूं।

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