टॉस पर छिड़ी जंग, कुछ खिलाड़ियों ने किया समर्थन तो कुछ हुए नाराज
टॉस को लेकर कई पूर्व खिलाड़ियों ने अपनी बेबाक राय रखी है।
नई दिल्ली। देश के पूर्व कप्तानों के मुताबिक टेस्ट क्रिकेट से टॉस को खत्म करने का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समिति (आइसीसी) का फैसला तर्कसंगत नहीं है और इस पर विचार नहीं होना चाहिए। 1877 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए इतिहास के पहले टेस्ट से लेकर अब तक टॉस हर टेस्ट मैच की परंपरा का हिस्सा रहा है।
पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी ने कहा, 'सबसे पहले तो मैं यह जानना चाहता हूं कि एक सदी से भी अधिक पुरानी टॉस की इस परंपरा को खत्म करने का औचित्य ही क्या है? वहीं एक और कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने कहा, 'इस खेल के साथ पहले ही बहुत छेड़छाड़ हो चुकी है अब और अधिक करन की जरूरत नहीं है। अगर घरेलू टीम के अपने माकूल पिच बनाने के मसले पर ही टॉस को खत्म किया जा रहा है तो फिर इस परेशानी का निदान तो तटस्थ क्यूरेटर को नियुक्त करके किया जा सकता है। वहीं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग, स्टीव वॉ व वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने टॉस की परंपरा को खत्म करने का समर्थन किया है।
गौरतलब है कि टॉस को लेकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) की क्रिकेट समिति की मुंबई में 28 और 29 मई को होने वाली बैठक में इसकी प्रासंगिकता और निष्पक्षता पर चर्चा की करेगी।