Sydney: 'बाउरल गांव' जहां के जर्रे-जर्रे में मौजूद है सर डोनाल्ड ब्रेडमैन की खुशबू, यह है क्रिकेट का तीर्थ
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में शामिल डान ब्रेडमैन ने आस्ट्रेलिया के लिए 52 टेस्ट मैच में 99.94 के औसत से 6996 रन बनाए। बता दें कि अगर वह आखिरी पारी में चार रन बनाते तो उनका औसत 100 का होता लेकिन वह शून्य पर आउट हुए।
अभिषेक त्रिपाठी,सिडनी। अगर आप बर्मिंघम गए और शेक्सपियर का घर नहीं देखा, अगर आप मैनचेस्टर गए और एतिहाद (मैनचेस्टर सिटी का स्टेडियम), ओल्ड ट्रैफर्ड (युनाइटेड का स्टेडियम) नहीं देखा, अगर आप मुंबई गए और जलसा (अमिताभ का घर) नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा। ऐसा ही एक स्थान सिडनी से एक घंटे 40 मिनट की दूरी पर स्थित बाउरल गांव में हैं। जी हां, मैं बात कर रहा हूं क्रिकेट के सर्वोच्च शिखर पर विराजमान होने वाले सर डोनाल्ड ब्रेडमैन के घर की।
27 अगस्त 1908 को न्यू साउथ वेल्स के कोटामुंद्रा में पैदा हुए। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने से पहले कुछ साल बाउरल गांव के 20 ग्लिब स्ट्रीट में रहे। उनके घर से बाउरल पब्लिक स्कूल को अब ब्रेडमैन वाक भी कहा जा सकता है। ब्रेडमैन के गांव छोड़ने के 94 साल और मृत्यु के 21 साल बाद भी इस गांव के जर्रे-जर्रे में उनकी खुशबू को महसूस किया जा सकता है। यहां उनके दो घर और वो मैदान है जिस पर वह क्रिकेट खेला करते थे। इसके अलावा एक संग्रहालय भी बनाया गया है जो उनके इतिहास को संजोए हुए है।
डान ब्रेडमैन का टेस्ट में औसत रह है 99.94
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में शामिल डान ब्रेडमैन ने आस्ट्रेलिया के लिए 52 टेस्ट मैच में 99.94 के औसत से 6996 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 29 शतक और 13 अर्धशतक लगाए। अगर वह आखिरी पारी में चार रन बनाते तो उनका औसत 100 का होता लेकिन वह शून्य पर आउट हुए। इसके बावजूद टेस्ट में सबसे ज्यादा औसत वाले खिलाड़ी वही हैं और शायद हमेशा वही रहेंगे। एक समय सबसे ज्यादा टेस्ट शतक का रिकार्ड उन्हीं के नाम था जिसे बाद में भारत के सुनील गावस्कर ने तोड़ा था।
उन्होंने टेस्ट में सर्वोच्च 334 रनों की पारी खेली थी। डान ने 234 प्रथम श्रेणी मैच में 95.14 के औसत से 28067 रन बनाए। इसमें 117 शतक 69 अर्धशतक शामिल हैं। प्रथम श्रेणी में नाबाद 452 रनों की उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी कई सालों तक दुनिया पर राज करती रही।पिछली बार जब मैं सिडनी आया था तो बाउरल नहीं जा पाया था, इस बार मैंने उस पावन धरती को देखने का इरादा अपने मन में बसा लिया था।
पहले टेस्ट मैच में असफल रहे थे ब्रेडमैन
सिडनी से करीब एक घंटे 40 मिनट के सफर के बाद इस जगह पर पहुंचना मेरे जैसे क्रिकेट प्रशंसक के लिए तीर्थ के दर्शन से कम नहीं था। ब्रेडमैन ने इसी गांव में 1989 में अपने नाम से बने संग्रहालय की शुरुआत की थी। इस संग्रहालय में जाएंगे तो आपको डान द्वारा 10 दिसंबर 1928 को लिखा गया एक हस्तलिखित दो पंक्ति का नोट दिखेगा जिसमें लिखा गया है कि अगर यह मुश्किल है, तो मैं इसे अभी करूंगा। यदि यह असंभव है, तो मैं इसे वर्तमान में करूंगा।
यदि कोई सांख्यिकीय अभिलेखों की जांच करता है और नोट की तारीख के साथ मिलान करता है, तो आप पाएंगे कि यह उनके करियर के पहले और दूसरे टेस्ट मैचों के बीच लिखा गया था। वह पहले टेस्ट मैच में असफल रहे और दूसरे टेस्ट में 79 और 112 रन की पारी खेली। हो सकता है कि वह छोटा सा नोट खुद को प्रेरित करने के लिए उन्होंने लिखा हो।
सबकुछ है इस संग्रहालय में मौजूद
बता दें कि इस संग्रहालय में उनकी टोपी और ब्लेजर, बड़े चित्र और 1948 की आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की तस्वीर जिसे ब्रेडमैंस इनविसिबल्स के रूप में जाना जाता है, वो सब हैं। ब्रेडमैन, नील हार्वे, कीथ मिलर, आर्थर मारिस, बिल ब्राउन की तस्वीरें भी दीवारों पर शोभा बढ़ा रही हैं। एक बार जब आप संग्रहालय से बाहर निकलते हैं तो आप 20 ग्लिब स्ट्रीट और 52 शेफर्ड स्ट्रीट के आसपास पहुंचेंगे, जहां ब्रेडमैन बाउरल में अपने दो घरों में उस समय के दौरान रहते थे।
ग्लिब स्ट्रीट के उनके घर में अब संग्रहालय के क्यूरेटर डेविड वेल्स रहते हैं जबकि शेफर्ड स्ट्रीट निवास बेच दिया गया। वहां अब एक अन्य परिवार रहता है। ग्लिब स्ट्रीट वाले घर में अभी एक पट्टिका लगी है जो यह बताती है कि ब्रेडमैन ने पारंपरिक लाल-ईंट से बने पुराने डिजाइन के फूस की छत वाले घर के निर्माण में अपने पिता की सहायता भी की थी। उस गांव में रहने वाले केली ने कहा कि जब मैं एक बच्ची थी तब ब्रेडमैन सिडनी चले गए थे। वह यहां पर बीच-बीच में आते रहते थे। आज अगर दुनिया बाउलर को जानती है तो उसकी सिर्फ एक वजह डान हैं।
सचिन भी जा चुके हैं बाउलर
ब्रेडमैन संग्रहालय में कार्यरत कर्मचारी को जैसे ही पता चला कि मैं भारत से हूं, उसने तपाक से कहा कि सचिन तेंदुलकर भी यहां एक चैरिटी कार्यक्रम में आए थे। उन्हें देखने के लिए यहां के बच्चों में होड़ लगी थी। कई और क्रिकेटर और अंपायर भी संग्रहालय का दौरा कर चुके हैं।
डान नहीं चाहते थे कि यह संग्रहालय सिर्फ उनकी चीजों को दिखाने के लिए हो। वह चाहते थे कि ये एक क्रिकेट संग्रहालय हो जिसमें दुनिया भर की क्रिकेट स्मृतियां हों इसलिए यहां 'हाल आफ फेम', पैकर सीरीज के क्रिकेटरों की जर्सी और साल दर साल होने वाली बेंसन एंड हेजेज वर्ल्ड सीरीज से जुड़ी चीजें देखने को मिलेंगी।