फिर विवादों में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया, अब आपस में भिड़े ये दो दिग्गज
माइकल क्लार्क और साइमन कैटिच के बीच हुआ विवाद
नई दिल्ली, जेएनएन। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की संस्कृति को लेकर दो पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों के बीच जुबानी जंग सामने आई है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने हाल ही में बॉल टैंपरिंग की घटना के बाद ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की छवि सुधारने की कोशिशों की आलोचना करते हुए कहा है कि इस रवैये से ऑस्ट्रेलियाई मैच नहीं जीत सकता है। उसे मैच जीतने के लिए अपने पुराने आक्रामक रुख की तरफ ही लौटना होगा।
क्लार्क ने कहा था कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को पसंदीदा होने की चिंता छोड़ देनी चाहिए और सम्मानित होने के बारे में चिंता करनी चाहिए। सख्त ऑस्ट्रेलियाई अंदाज में क्रिकेट खेलिए। हम इसे पसंद करें या नहीं, ये हमारे खून में है लेकिन एक और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर साइमन कैटिच ने क्लार्क के बयान से असहमति जताते हुए कहा कि उन्होंने (क्लार्क) एक बात पर ध्यान नहीं दिया।
इसमें ये भुला दिया गया है कि हमने बुरी तरह धोखेबाजी की है और यही वजह कि अब हम इस मोड़ पर हैं। हमें बुरी तरह से धोखेबाजी करते हुए पकड़ा गया था और जितना जल्दी हो सके हमें इसमें सुधार करना होगा। न सिर्फ ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट प्रशंसक बल्कि दुनिया भर के लोगों का सम्मान वापस पाने के लिए हमारे व्यवहार की बड़ी भूमिका होगी।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज कैटिच ने कहा कि माइकल ने अपना बयान दिया लेकिन उन्होंने इस बात पर ध्यान नहीं दिया-कितनी बार हमने ये देखा है कि बुरी तरह धोखेबाजी के लिए ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को अपना पद गंवाना पड़ा है? उन्होंने कहा कि ऐसा पहले नहीं हुआ, इससे देश शर्मिदा हुआ।
हम अपने मैदानी-व्यवहार के लिए वर्षों से दुनिया की सबसे ज्यादा नापंसद की जाने वाली टीम रहे हैं और केपटाउन में यही बात अपने चरम पर पहुंच गई। ये इस टीम के लिए मुश्किल जंग है। जहां तक प्रतिस्पर्धात्माक और निष्पक्ष तरीके से खेलने की बात है तो वे अब भी ऑस्ट्रेलियाई तरीके से खेल सकते हैं, लेकिन नियमों को ताक पर रखकर और सीमा लांघकर नहीं, जैसा कि उन्होंने केपटाउन में किया था।