....और इस वजह से थर्ड अंपायर का फैसला बदले जाने से भड़क गए थे धौनी
भारतीय क्रिकेट टीम के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्रसिंह धौनी को 'कैप्टन कूल' कहा जाता है और वे मैदान पर कभी संयम नहीं खोते और गुस्सा नहीं होते है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। भारतीय क्रिकेट टीम के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को 'कैप्टन कूल' कहा जाता है और वे मैदान पर कभी संयम नहीं खोते और गुस्सा नहीं होते है। लेकिन एक बार भारत-ऑस्ट्रेलिया वनडे के दौरान जब थर्ड अंपायर का निर्णय बदला गया तो धौनी को गुस्से में मैदानी अंपायरों से बहसबाजी करते हुए देखा गया था।
दरअसल भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच के दौरान सुरेश रैना की गेंद को माइकल हसी ने आगे निकलकर खेलने का प्रयास किया, वे चूके और विकेटकीपर महेंद्रसिंह धौनी ने गिल्लियां बिखेरते हुए स्टम्पिंग की अपील की। स्क्वेयर लेग अंपायर बिली बोडेन ने इस निर्णय के मामले में थर्ड अंपायर ब्रूस ऑक्सनफोर्ड की मदद मांगी।
रिप्ले में साफ नजर आ रहा था कि जब धौनी ने गिल्लियां बिखेरी, उस वक्त हसी का पैर क्रीज के अंदर आ गया था। लेकिन स्टेडियम में मौजूद दर्शक उस समय चौंक गए जब विशाल स्क्रीन पर थर्ड अंपायर का फैसला आया, आउट। यह देखकर बल्लेबाज हसी पैवेलियन लौटने लगे, तभी अंपायर बोडेन ने दौड़कर उन्हें रोका और उन्हें वापस बल्लेबाजी करने को कहा।
हसी के आउट होने का जश्न मना रही भारतीय टीम इस तरह अंपायर बोडेन को हसी को वापस बुलाते हुए देखकर सन्न रह गई। धोनी तुरंत गुस्से से आगबबूला हो गए और मैदानी अंपायरों से पूछने लगे कि थर्ड अंपायर के फैसले को कैसे बदला जा सकता है। इस पर अंपायर बोडेन ने उन्हें बताया कि थर्ड अंपायर का फैसला नॉट आउट है, लेकिन तकनीकी खराबी की वजह से स्क्रीन पर आउट शो हुआ। इसके बाद धौनी का गुस्सा शांत हुआ।