डीडीसीए पर मौन हैं शशांक मनोहर
क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) और दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के सर्वेसर्वा शशांक मनोहर ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) विवाद पर रहस्यमयी चुप्पी साध रखी है।
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) और दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के सर्वेसर्वा शशांक मनोहर ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) विवाद पर रहस्यमयी चुप्पी साध रखी है।
बीसीसीआइ के अधीन आने वाले राज्य क्रिकेट संघ डीडीसीए पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं और उसके पूर्व अध्यक्ष अरुण जेटली को निशाना बनाया जा रहा है। आम आदमी पार्टी ने इसे मुद्दा बनाया। इस दौरान पूर्व क्रिकेटर और भाजपा सांसद कीर्ति आजाद को उनकी पार्टी से निलंबित कर दिया गया। अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा बताते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री जेटली ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेताओं पर मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है। यही नहीं इस विवाद में दिल्ली अंडर-19 टीम के कप्तान हिम्मत सिंह को खुद के चयन में धन का इस्तेमाल करने का आरोप झेलना पड़ा। इसको लेकर उन्होंने कीर्ति, पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी, सुरेंद्र खन्ना और समीर बहादुर के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी किया है। इतना सब होने के बावजूद बीसीसीआइ अध्यक्ष का अपने ही अधीन आने वाली संस्था डीडीसीए पर कुछ भी नहीं बोलना हैरानी का विषय है। बीसीसीआइ सचिव अनुराग ठाकुर ने जरूर दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि कुछ लोग पीछे के दरवाजे से डीडीसीए में घुसना चाहते हैं, लेकिन जब बीसीसीआइ अध्यक्ष से दैनिक जागरण ने संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि मैं डीडीसीए पर कुछ भी नहीं बोलूंगा। जब उनसे पूछा गया कि क्या आप डीडीसीए पर कोई कार्रवाई कर रहे हैं या आप उसकी कार्यप्रणाली को संतुष्ट पाते हैं तो उन्होंने कहा कि मैं इस मसले पर एक शब्द नहीं कहूंगा। हालांकि ये वही मनोहर हैं जिन्हें भारतीय क्रिकेट में फैले भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए जबरदस्ती अध्यक्ष बनाया गया था। मनोहर की छवि काफी साफ-सुथरी मानी जाती है और इसलिए उनका डीडीसीए विवाद पर मौन साधे रहना क्रिकेट जगत को भी रास नहीं आ रहा है।
आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में याचिकाकर्ता और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा ने कहा कि पूर्व बीसीसीआइ अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के समय शशांक बार-बार बीसीसीआइ में सुधार पर बयान देते थे। अब डीडीसीए पर उनकी चुप्पी क्रिकेट के हित में नहीं है। जहां तक जेटली की बात है तो मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि उनके जैसा क्रिकेट का ईमानदार प्रशासक मिलना मुश्किल है। उन्होंने क्रिकेट का बहुत भला किया है और उनके रहते हुए ही दिल्ली का क्रिकेट आगे बढ़ा।
डीडीसीए की बैठक टली
पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) से निकालने के लिए शनिवार को होने वाली बैठक को एक सप्ताह के लिए टाल दिया गया है। डीडीसीए के एक अधिकारी ने कहा कि हम कीर्ति को हीरो नहीं बनाना चाहते और इसीलिए सभी कानूनी पहलुओं पर विचार करते हुए निर्णय लिया गया है कि पूरी तैयारी के साथ कार्रवाई की जाएगी। उन पर आरोप लगाया जाएगा कि उन्होंने संघ विरोधी कार्य किया है। सूत्रों के मुताबिक डीडीसीए सोमवार को नोटिस जारी करके एक सप्ताह के बाद अपनी कार्यकारी समिति की बैठक बुला सकता है। कार्यकारी समिति की बैठक बुलाने के लिए एक सप्ताह पहले नोटिस देना जरूरी होता है।