..जब सचिन ने स्लेजिंग का जवाब बल्ले से दिया
भारतीय टीम इस दिनों ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है और स्लेजिंग को लेकर सुर्खियों में है। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी इसमें माहिर हैं, लेकिन वे भी इसे बड़ी सजगता से उपयोग में लाते हैं। इनमें से कुछ लोग इसका जवाब मुंह से न देते हुए अपने बल्ले या गेंद से देते हैं। ऐसा
नई दिल्ली। भारतीय टीम इस दिनों ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है और स्लेजिंग को लेकर सुर्खियों में है। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी इसमें माहिर हैं, लेकिन वे भी इसे बड़ी सजगता से उपयोग में लाते हैं। इनमें से कुछ लोग इसका जवाब मुंह से न देते हुए अपने बल्ले या गेंद से देते हैं। ऐसा ही कुछ 2003 विश्व कप में सचिन तेंडुलकर ने किया। शिकार बने इंग्लैंड के एंड्रयू कैडिक।
डरबन में इंग्लैंड के खिलाफ समूह मैच से पहले कैडिक ने सचिन के खिलाफ काफी कुछ बोला था। उन्होंने कहा था कि नामिबिया के खिलाफ शतक के बावजूद सचिन ने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। वे किसी अन्य भारतीय बल्लेबाज की तरह है। इंग्लैंड के खिलाफ भारत पहले बल्लेबाजी कर रहा था। सचिन और सहवाग ने पारी की शुरुआत की। कैडिक की दूसरी ही गेंद पर सचिन ने चौका जड़ दिया। इसके बाद उन्होंने इस तेज गेंदबाज की अगली सात गेंदों में दो और चौके जड़े। मैच के आठवें ओवर में सचिन ने अंतिम तीन गेंदों पर तीन चौके जड़कर करारा जवाब दिया। साथ ही बता दिया कि बॉस कौन है। इससे कैडिक का आत्मविश्वास डगमगा गया। अगले ओवर में सचिन ने कैडिक के ओवर में तीन और चौके जड़े। परिणाम यह हुआ कि कैडिक को गेंदबाजी से हटाना पड़ा और उन्हें उस समय तक गेंद नहीं थमाई गई जब तक सचिन क्रीज पर थे।