सचिन ने अंडर-19 टीम में चुने गए इस बल्लेबाज को घर बुलाया, गिफ्ट किया बल्ला
सचिन ही किसी युवा क्रिकेटर को अपने घर बुलाएं तो उसकी खुशी का सिर्फ अंदाजा ही लगाया जा सकता है।
उमेश राजपूत, नई दिल्ली। क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर से मिलने का सपना भारत का हर युवा क्रिकेटर संजोता है, लेकिन यदि सचिन ही किसी युवा क्रिकेटर को अपने घर बुलाएं तो उसकी खुशी का सिर्फ अंदाजा ही लगाया जा सकता है। 16 साल के यशस्वी जायसवाल ने बीते शनिवार को ऐसी ही खुशी महसूस की।
यशस्वी उत्तर प्रदेश के भदोही के हैं और मुंबई ने उनकी क्रिकेट को पहचान दी।
मुंबई में शुरुआती दिनों में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। वह करीब एक साल तक टेंट में रहे और खर्चा चलाने के लिए गोल गप्पे तक बेचे। जब कोच ज्वाला सिंह की नजर यशस्वी पर पड़ी तो वहां से उनकी क्रिकेट को नई दिशा मिली। यशस्वी का चयन श्रीलंका दौरे पर जाने वाली भारत की अंडर-19 टीम में हुआ है, जिसमें सचिन के बेटे अर्जुन तेंदुलकर भी शामिल हैं। हालांकि, यशस्वी वनडे टीम का हिस्सा हैं, जबकि अर्जुन चार दिवसीय टीम का। अपने चयन पर खुशी जताते हुए यशस्वी ने कहा, 'यह मेरे लिए बहुत अच्छा मौका है। यहां से मेरे लिए आगे के रास्ते खुलेंगे। वहीं, ज्वाला मानते हैं कि यह दौरा यशस्वी के करियर के लिए बहुत बड़ा टर्निंग प्वाइंट साबित होगा।
यशस्वी के संघर्ष के बारे में जानकर सचिन ने यशस्वी को मिलने बुलाया। यशस्वी ने कहा, 'मुझे अर्जुन ने कहा कि मेरे पापा तुमसे मिलना चाहते हैं। उन्होंने तुम्हें घर बुलाया है। यह सुनकर मुझे इतनी ज्यादा खुशी हुई, जिसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता। मैं उनके घर गया तो उन्होंने करीब 40-45 मिनट तक मुझे टिप्स दिए। उन्होंने मुझे शुभकामनाएं देते हुए अपने ऑटोग्राफ वाला बैट भी दिया। उन्होंने कहा, खेल पर फोकस होना बहुत जरूरी है। मैं अर्जुन से कहता हूं वही तुम्हें भी कहूंगा। यह तुम्हारे लिए अच्छा मंच है। यहां अच्छा करोगे तो इस मंच पर तुम्हारे भविष्य की इमारत खड़ी होगी। अब यह तुम्हारे ऊपर है कि तुम इस इमारत को कितना ऊंचा बना सकते हो लेकिन, अपना स्वभाव नहीं बदलना और पैर हमेशा जमीन पर रखना। यशस्वी सचिन के साथ फोटो खिंचवाना चाहते थे, लेकिन नर्वस होने की वजह से वह सचिन को इसके लिए बोल नहीं सके। वह कहते हैं कि यदि सचिन सर से दोबारा मिलने का मौका मिला तो फोटो जरूर खिंचाऊंगा।