विराट ने किया था भरोसा पर रोहित शर्मा ने उसे तोड़ दिया, अब क्या जबाव देंगे कप्तान
दूसरे टेस्ट में भी रोहित का फ्लॉप प्रदर्शन जारी रहा।
नई दिल्ली, जेएनएन। केपटाउन टेस्ट यानी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में जब अजिंक्य रहाणे को टीम में शामिल नहीं किया गया तो काफी सवाल उठे थे। सबका यही कहना था कि इस टीम में रोहित की वजह अगर रहाणे होते तो टीम के लिए ये फायदेमंद होता। खैर पहले टेस्ट में भारत की हार हुई और तैयारी हो गई दूसरे टेस्ट की। सबको उम्मीद थी कि रहाणे को टीम में शामिल किया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ और फिर से रोहित को टीम में शामिल किया गया। विराट ने रोहित पर भरोसा जताया था लेकिन दूसरे टेस्ट की पहली पारी में तो रोहित ने उस भरोसे को तोड़ ही दिया।
फिर फ्लॉप रहे रोहित शर्मा
केपटाउन टेस्ट मैच के बाद सेंचुरियन टेस्ट में भी रोहित की खराब बल्लेबाजी जारी रही। जब टीम को रोहित की सख्त जरूरत थी तभी वो आउट होकर पवेलियन लौट गए। रोहित ने दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में सिर्फ 10 रन बनाए और रबादा की गेंद पर वो एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। उन्होंने 27 गेंदों का सामना किया और दो चौके लगाए। भारत के 107 रन पर तीन विकेट गिर चुके थे और ऐसे में भारत को एक लंबी साझेदारी की जरूरत थी। सभी को ऐसा लग रहा था कि रोहित विराट के साथ मिलकर एक लंबी साझेदारी करेंगे और टीम को संभाल लेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो सका। रोहित ने विराट के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 25 रन की साझेदारी की।
रोहित का फ्लॉप शो जारी
रोहित ने द. अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में 11 और 10 रन की पारी खेली थी। दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में उन्होंने एक बार फिर से 10 रन बनाए। ये रोहित शर्मा का दूसरा द. अफ्रीका दौरा है। इससे पहले वर्ष 2013 में रोहित ने प्रोटीज के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेले थे। इन मैचों में रोहित ने 14, 6, 0 और 25 रन की पारी खेली थी। इसके बाद रोहित ने वर्ष 2015 में भारत में द. अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेले थे। इन दोनों मैचों में रोहित ने 2,23,1 और 0 रन बनाए थे। इन आंकड़ों से साफ है कि रोहित ने अब तक द. अफ्रीका के खिलाफ भारत में या फिर द. अफ्रीका में जितने भी टेस्ट मैच खेले हैं किसी में भी उन्होंने अच्छी पारी नहीं खेली है।
कप्तान ने जताया था भरोसा पर उसे तोड़ा रोहित ने
कप्तान कोहली ने दूसरे टेस्ट मैच से पहले ये सफाई दी थी कि रोहित की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए उन्हें टीम में जगह दी गई। कप्तान का भरोसा सही भी था लेकिन जब टीम मुसीबत में हो तो बल्लेबाजी का जौहर दिखाना ही किसी बल्लेबाज को बड़ा बनाता है। रोहित के पास द. अफ्रीका में अब तक तीनों पारियों में मौका मिला लेकिन वो सफल नहीं हो पाए। विराट ने सबकी बातों को अनसुना कर रोहित को अंतिम ग्यारह में मौका दिया लेकिन वो कप्तान के भरोसे पर खड़े नहीं उतरे। वैसे रहाणे को टीम में नहीं खिलाने पर जब सवाल पूछा जाएगा तो क्या जबाव देंगे विराट।
रहाणे का क्या होगा
रहाणे जैसे बेहतरीन खिलाड़ी के साथ जो हो रहा है वो उनके क्रिकेट करियर के लिए सही नहीं है। वनडे और टी 20 में उन्हें टीम में जगह नहीं मिल रही टेस्ट में भी लगभग यही हालात बनते जा रहे हैं। अगर भारत दूसरा टेस्ट भी गवां देता है तो शायद रहाणे को टीम में मौका मिले लेकिन उसका कोई फायदा होता नजर नहीं आता। यानी विदेशी सरजमीं पर रहाणे का अच्छा रिकॉर्ड होने के बावजूद उन्हें टीम से बाहर रखने का कोई फायदा तो नजर नहीं आता उल्टा टीम को इसका खमियाजा जरूर भुगतना पड़ रहा है।