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रवि शास्त्री ने मारी बाजी, सबको पीछे छोड़कर फिर से बने टीम इंडिया के मुख्य कोच

रवि शास्त्री को टीम इंडिया का मुख्य कोच फिर से नियुक्त कर दिया गया है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 16 Aug 2019 06:19 PM (IST)Updated: Sat, 17 Aug 2019 07:11 AM (IST)
रवि शास्त्री ने मारी बाजी, सबको पीछे छोड़कर फिर से बने टीम इंडिया के मुख्य कोच
रवि शास्त्री ने मारी बाजी, सबको पीछे छोड़कर फिर से बने टीम इंडिया के मुख्य कोच

 नई दिल्ली, जेएनएन। Team India new head coach: कपिल देव (Kapil Dev) की अगुआई वाली क्रिकेट सलाहकार समिति ने भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच एक बार फिर से रवि शास्त्री को नियुक्त किया है। रवि शास्त्री (Ravi Shastri) को इस पद के लिए कई बड़े दावेदारों से टक्कर मिली, लेकिन उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें एक बार फिर से टीम इंडिया का मुख्य कोच बनाया गया है। रवि शास्त्री दूसरी बार टीम इंडिया के कोच बनाए गए हैं। अब वो 2021 टी20 विश्व कप तक ये जिम्मेदारी निभाएंगे। इससे पहले वो 2017 में टीम के मुख्य कोच नियुक्त किए गए थे। 

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क्रिकेट सलाहकार समिति में कपिल के अलावा पूर्व महिला क्रिकेट कप्तान शांता रंगास्वामी और अंशुमन गायकवाड़ शामिल हैं। इन तीनों ने मिलकर सभी दावेदारों का इंटरव्यू किया। मुख्य पद के लिए सबसे बड़े दावेदारों में रवि शास्त्री के अलावा रॉबिन सिंह, लालचंद राजपूत, टॉम मूडी, माइक हेसन और फिल सिमंस थे। फिल सिमंस ने आखिरी वक्त में निजी कारणों की वजह से खुद को इस रेस से बाहर कर लिया था। मुख्य कोच के नाम का एलान कपिल देव ने किया। कपिल ने कहा कि कोच के दावेदारों के बीच कड़ी टक्कर रही। इस रेस में माइक हेसन दूसरे और टॉम मूडी तीसरे स्थान पर रहे। 

क्रिकेट सलाहकार समिति के अन्य सदस्य अंशुमन गायकवाड़ ने बताया कि इंडियन क्रिकेट टीम को करीब से जानना रवि शास्त्री के हक में गया। उन्होंने कहा कि रवि शास्त्री टीम को जानते हैं, हर खिलाड़ी को जानते हैं, भारतीय क्रिकेट टीम के सिस्टम को जानते हैं, जबकि दूसरे दावेदारों को एक नई शुरुआत करनी पड़ती। 

रवि शास्त्री का 2017 में भारतीय टीम से मुख्य कोच के रूप में जुड़ने के बाद से रिकॉर्ड काफी अच्छा था। इस दौरान पिछले साल भारत ने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीती। शास्त्री के मार्गदर्शन में जुलाई 2017 से भारत ने 21 टेस्ट में से 13 में जीत दर्ज की। टी20 अंतरराष्ट्रीय में तो प्रदर्शन और भी बेहतर रहा जहां भारत ने 36 में से 25 मैचों में जीत दर्ज की। एकदिवसीय में भी भारतीय टीम 60 में से 43 मुकाबले जीतकर हावी रही। रवि शास्त्री के पहले कार्यकाल में टीम इंडिया ने 70 फीसदी अंतरराष्ट्रीय मैचों में सफलता हासिल की। इनमें दो एशिया कप खिताब, ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीत जैसी उपलब्धियां भी शामिल हैं। भारतीय टीम इस वक्त टेस्ट रैंकिंग में पहले स्थान पर है। भारीय टीम हालांकि विश्व कप 2019 में उनके मार्गदर्शन में सेमीफाइनल से आगे बढ़ने में नाकाम रही थी। शास्त्री का पहला कार्यकाल विश्व कप के बाद खत्म हो गया था, लेकिन वेस्टइंडीज दौरे को देखते हुए उनके कार्यकाल को 45 दिनों तक के लिए बढ़ा दिया गया था। 

आपको बता दें कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने वेस्टइंडीज दौरे पर जाने से पहले ये कहा था कि वो चाहते हैं कि रवि शास्त्री को फिर से टीम का कप्तान बना दिया जाए। वहीं ये भी बातें चल रही थी कि फिलहाल कोट को हटाना टीम के हित में नहीं होगा। वहीं बोर्ड का ये भी मानना था कि किसी भारतीय को ही टीम का कोच बनाया जाए। यही नहीं ये भी खबरें आई थी कि कप्तान विराट के अलावा टीम इंडिया के अन्य खिलाड़ी भी यही चाहते थे कि रवि शास्त्री को ही टीम का कोच फिर से बनाया जाए। 


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