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Ranji Trophy Final 2020: सौराष्ट्र और बंगाल की भिड़ंत, अभिमन्यु के सामने जयदेव का चक्रव्यूह तोड़ने की चुनौती

Ranji Trophy Final 2020 Saurashtra vs Bengal फाइनल मैच में अभिमन्यु के सामने जयदेव उनादकट का चक्रव्यूह तोड़ने की चुनौती है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sun, 08 Mar 2020 07:24 PM (IST)Updated: Sun, 08 Mar 2020 07:24 PM (IST)
Ranji Trophy Final 2020: सौराष्ट्र और बंगाल की भिड़ंत, अभिमन्यु के सामने जयदेव का चक्रव्यूह तोड़ने की चुनौती
Ranji Trophy Final 2020: सौराष्ट्र और बंगाल की भिड़ंत, अभिमन्यु के सामने जयदेव का चक्रव्यूह तोड़ने की चुनौती

नई दिल्ली, जेएनएन। Ranji Trophy Final 2020 Saurashtra vs Bengal: दशकों का 'सूखा' आखिरकार ऐसे क्षेत्र में खत्म होने जा रहा है, जिसने खुद पिछले तीन साल सूखे का दंश झेला है। राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में सोमवार से जब बंगाल व सौराष्ट्र की टीमें रणजी ट्रॉफी की खिताबी जंग लड़ने उतरेंगी तो उनमें से एक विजेता बनकर ट्रॉफी का सूखा भी खत्म कर देगी। रणजी ट्रॉफी के 85 वषरें के इतिहास में बंगाल सिर्फ दो बार इस पर कब्जा जमा सकी है।

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पिछली बार 1989-90 सत्र में उसने इसे जीता था जबकि सौराष्ट्र इतने वर्षों में एक बार भी यह खिताब नहीं जीत पाई है, हालांकि पिछले आठ वर्षों में वह चौथी बार फाइनल में पहुंची है, वहीं बंगाल ने 13 साल बाद फाइनल में जगह बनाई है। इस बार एक तरफ सौराष्ट्र के गेंदबाज कप्तान जयदेव उनादकट हैं तो दूसरी तरफ बंगाल के बल्लेबाज अधिनायक अभिमन्यु ईश्वरन, यानि अभिमन्यु के सामने जयदेव का चक्रव्यूह तोड़ने की चुनौती है।

दोनों ही टीमों में बराबरी का मुकाबला

36 टीमों को पीछे छोड़कर दो टीमें यूं ही रणजी के फाइनल में नहीं पहुंचतीं। कागजी आंकड़ों और मैदानी प्रदर्शन, दोनों ही आधार पर बंगाल व सौराष्ट्र में से किसी को भी कमतर आंकना बेमानी होगी। सौराष्ट्र एक कदम आगे जरूर है। रणजी ट्रॉफी में दोनों टीमें अब तक सिर्फ चार बार भिड़ी हैं, जिनमें से तीन मैच ड्रॉ रहे हैं जबकि एक मैच सौराष्ट्र ने जीता है। गौर करने वाली बात यह है कि यह जीत सौराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में ही 2012-13 सत्र में बंगाल को 270 रनों से हराकर मिली थी।

रिकॉर्ड से महज चार विकेट दूर जयदेव

मेजबान टीम के कप्तान जयदेव उनादकट रणजी के एक सत्र में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने के रिकॉर्ड से महज चार विकेट दूर हैं। जयदेव ने इस सत्र में अब तक 65 विकेट चटकाए हैं। चार विकेट लेने पर वे बिहार के आशुतोष अमन के 68 विकेट का रिकार्ड तोड़ देंगे, जो उन्होंने पिछले सत्र में बनाया था। जयदेव ने मौजूदा सत्र में एक पारी में सात बार पांच विकेट और एक मैच में तीन बार 10 विकेट चटकाए हैं।

अनुस्तूप और जैकसन पर रहेंगी निगाहें

फाइनल में दो बल्लेबाजों पर खास तौर पर सबकी निगाहें रहेंगी। बंगाल के अनुस्तूप मजुमदार और सौराष्ट्र के शेल्डन जैकसन। सेमीफाइनल में अनुस्तूप की साहसिक शतकीय पारी की बदौलत बंगाल ने मैच में वापसी करते हुए कर्नाटक को मात दी थी। वहीं जैकसन भी शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने इस सत्र में नौ मैचों में 783 रन बनाए हैं।

अपनी-अपनी टीमों से जुड़े हैं पुजारा-रिद्धिमान

दोनों ही टीमों को एक-एक अनुभवी खिलाड़ी का भी फायदा मिलेगा। कीवी दौरे से लौटे विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा बंगाल और शीर्ष क्रम के भरोसेमंद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा सौराष्ट्र से जुड़े हैं। हालांकि न्यूजीलैंड दौरे में पुजारा का फॉर्म अच्छा नहीं रहा जबकि रिद्धिमान कोई टेस्ट नहीं खेलें। रणजी के फाइनल मैचों में पुजारा का प्रदर्शन अब तक अच्छा नहीं रहा है। वहीं बंगाल टीम प्रबंधन को रणजी के मौजूदा सत्र में तिहरा शतक जड़ने वाले टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी मनोज तिवारी से काफी उम्मीदें हैं।


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