Move to Jagran APP

पुजारा और जैक्सन के शतक, इंडिया ब्लू ने बनाया 707 रनों का विशाल स्कोर

चेतेश्वर पुजारा और शेल्डन जैक्सन के शतक की मदद से इंडिया ब्लू ने सोमवार को दलीप ट्रॉफी मुकाबले के दूसरे दिन पहली पारी में 707 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर लिया

By Mohit TanwarEdited By: Published: Tue, 06 Sep 2016 09:26 AM (IST)Updated: Tue, 06 Sep 2016 10:01 AM (IST)
पुजारा और जैक्सन के शतक, इंडिया ब्लू ने बनाया 707 रनों का विशाल स्कोर

जागरण संवाददाता, नोएडा। चेतेश्वर पुजारा और शेल्डन जैक्सन के शतक की मदद से इंडिया ब्लू ने सोमवार को दलीप ट्रॉफी मुकाबले के दूसरे दिन पहली पारी में 707 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर लिया। पुजारा ने 166 और जैक्सन ने 105 रनों की पारी खेली। अब इंडिया ग्रीन का गुलाबी गेंद से पहली बार खेले जा रहे इस टूर्नामेंट के फाइनल में जाना काफी मुश्किल नजर आ रहा है। उन्हें फाइनल में जाने के लिए अब या तो पहली पारी की बढ़त लेनी होगी या फिर मैच जीतना होगा और ये दोनों ही अब असंभव लग रहा है। पुजारा का यह 32वां प्रथम श्रेणी शतक है। उन्होंने 280 गेंदों का सामना करते हुए 24 चौके लगाकर अपनी पारी संवारी। जैक्सन ने अपनी पारी में 114 गेंद में सात चौके व पांच छक्के उड़ाए। पुजारा और जैक्सन से पहले मयंक अग्रवाल ने रविवार को इंडिया ब्लू के लिए शतक जमाया था।

loksabha election banner

रविवार के स्कोर 336/3 से आगे खेलते हुए इंडिया ब्लू को नाइट वॉचमैन अभिमन्यु मिथुन के रूप में पहला झटका लगा। इसके बाद पुजारा ने दिनेश कार्तिक के साथ 108 रन जोड़े। कार्तिक 48 रन बनाकर आउट हुए। पुजारा ने अपना शतक पूरा किया और 166 रन बनाकर श्रेयस गोपाल की गेंद पर आउट हुए। परवेज रसूल ने 25 रन बनाए लेकिन तब तक इंडिया ब्लू का स्कोर 580/7 हो चुका था। यहां से शेल्डन जैक्सन और कर्ण शर्मा ने 108 रनों की तेज साङोदारी की। कर्ण शर्मा 57 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन जैक्सन ने अपना शतक पूरा किया और साथ ही इंडिया ब्लू को 700 के पार पहुंचाया। 707 के स्कोर पर वह आखिरी बल्लेबाज के तौर पर आउट हुए और इसी के साथ दूसरे दिन का खेल भी खत्म हो गया। इंडिया ग्रीन की तरफ से श्रेयस गोपाल ने पांच विकेट लिए। उनके अलावा अशोक डिंडा ने दो, जसप्रीत बुमराह और जलज सक्सेना ने एक-एक विकेट लिया।

यह गुलाबी गेंद से मेरा पहला मैच था, मुझे इस विकेट पर बल्लेबाजी करने में मजा आया, लेकिन इस पर तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं मिल रही है। सबसे ज्यादा मुश्किल सत्र दूधिया रोशनी में खेले जाने वाला तीसरा सत्र था, जब गेंदबाजों ने दूसरी नई गेंद ली, यह काफी मूव कर रही थी और तेजी से आ रही थी। जब मैं स्पिनरों का सामना भी कर रहा था तो दूधिया रोशनी में गुगली को खेलने में काफी मुश्किल हो रही थी। गुलाबी गेंद की सीम को देखने में भी मुश्किल हो रही थी।-चेतेश्वर पुजारा

क्रिकेट की खबरों के लिए यहां क्लिक करें

खेल की खबरों के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.