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श्रीनिवासन की बैठक का दिखने लगा असर, हैदराबाद और तमिलनाडु से शुरू हुआ विरोध

बेंगलुरु में लोढ़ा समिति के कारण पद छोड़ने को मजबूर हुए राज्य संघों के पदाधिकारियों के साथ हुई अनाधिकृत बैठक का रंग दिखने लगा है।

By ShivamEdited By: Published: Sun, 08 Jan 2017 10:33 PM (IST)Updated: Sun, 08 Jan 2017 10:38 PM (IST)
श्रीनिवासन की बैठक का दिखने लगा असर, हैदराबाद और तमिलनाडु से शुरू हुआ विरोध

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। पूर्व बीसीसीआइ अध्यक्ष एन श्रीनिवासन की शनिवार को बेंगलुरु में लोढ़ा समिति के कारण पद छोड़ने को मजबूर हुए राज्य संघों के पदाधिकारियों के साथ हुई अनाधिकृत बैठक का रंग दिखने लगा है। राज्य क्रिकेट संघों ने बीसीसीआइ का असहयोग करना शुरू कर दिया है। शुरुआत हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) और तमिलनाडु क्रिकेट संघ (टीएनसीए) ने की है। दिलचस्प बात यह है कि टीएनसीए के अध्यक्ष श्रीनिवासन ही हैं।

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यह पहले से ही माना जा रहा था कि बागियों की बैठक में लोढ़ा समिति का विरोध करने के लिए राज्य संघों से बड़े क्रिकेट मैचों या आयोजनों की मेजबानी करने से मना करने के लिए कहा जा सकता है, ताकि दबाव बनाया जा सके। एचसीए ने फंड की कमी के कारण भारत और बांग्लादेश के बीच आठ फरवरी से हैदराबाद में खेले जाने वाले एकमात्र टेस्ट मैच के आयोजन में असमर्थता जताई हैं। वहीं, टीएनसीए ने इंग्लैंड के खिलाफ दो अंडर-19 टेस्ट मैचों की मेजबानी करने में असमर्थता जाहिर की, लेकिन जोर दिया कि इसका सुप्रीम कोर्ट के लोढ़ा समिति की सिफारिशों पर फैसले से कुछ भी लेना देना नहीं है। ये दो टेस्ट 13-16 फरवरी और 21-24 फरवरी तक चेन्नई में कराए जाने थे। अब इस बात की आशंका जोर पकड़ने लगी है कि कई और राज्य संघ असहयोग का रुख अपना सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो बीसीसीआइ के सामने एक नई मुसीबत आ जाएगी।

एचसीए का कहना है कि वो अपनी खराब आर्थिक स्थिति की वजह से बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच की मेजबानी करने की स्थिति में नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने अक्टूबर में बीसीसीआइ को आदेश दिया था कि उन सभी राज्य संघों का फंड रोक दिया जाए जब तक वो लोढ़ा समिति की सिफारिशें लागू करने के लिए तैयार नहीं हो जाते हैं। हालांकि बाद में शीर्ष अदालत ने भारत-इंग्लैंड सीरीज के सुचारू रूप से आयोजन के लिए धन जारी करने की अनुमति दे दी थी। उम्मीद है कि फिलहाल बीसीसीआइ का संचालन कर रहे सीईओ राहुल जौहरी एचसीए के मामले को लोढ़ा समिति के सामने रख सकते हैं।

हालांकि टीएनसीए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए राष्ट्रीय टी-20 और विजय हजारे ट्रॉफी के लिए राष्ट्रीय वनडे प्रतियोगिता की मेजबानी करेगा। टीएनसीए के सदस्य आरएन बाबा ने कहा, 'देखिए हमारे टीएनसीए के लीग मैच अभी पूरे किये जाने हैं, क्योंकि वरदा (तूफान) के कारण मैदान काफी बुरी स्थिति में हैं। इसलिए हमें मुश्ताक अली और विजय हजारे ट्रॉफी के बीच लीग पूरी करनी है।' उन्होंने इन अटकलों को भी खारिज कर दिया कि यह टीएनसीए द्वारा एक तरह से अवज्ञा करना होगा। अगर हम अवज्ञा करते तो हम मुश्ताक अली और हजारे ट्रॉफियों की मेजबानी क्यों करते जो बीसीसीआइ के टूर्नामेंट हैं। हमारे संयुक्त सचिव आरआइ पलानी अमेरिका में थे। जब वह वापस आए तो उन्होंने सभी मैदानों का मुआयना किया। हमें टीएनसीए लीग मैचों के लिए बड़े मैदानों की जरूरत है।

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