अब एंडरसन-जडेजा विवाद में डेव रिचर्ड्सन पर नजरें
ट्रेंट ब्रिज में हुए झगड़े के लिए न्यायिक आयुक्त गॉर्डन लुइस द्वारा जेम्स एंडरसन और रवींद्र जडेजा को दोषी नहीं करार देने के फैसले के खिलाफ अपील करने या नहीं करने पर निर्णय करना पूरी तरह से आइसीसी के मुख्य कार्यकारी डेव रिचर्ड्सन पर निर्भर करता है। इसके लिए उनके पास छह दिन और हैं।
मैनचेस्टर। ट्रेंट ब्रिज में हुए झगड़े के लिए न्यायिक आयुक्त गॉर्डन लुइस द्वारा जेम्स एंडरसन और रवींद्र जडेजा को दोषी नहीं करार देने के फैसले के खिलाफ अपील करने या नहीं करने पर निर्णय करना पूरी तरह से आइसीसी के मुख्य कार्यकारी डेव रिचर्ड्सन पर निर्भर करता है। इसके लिए उनके पास छह दिन और हैं।
रिचर्ड्सन ने दुबई में आइसीसी के मुख्यालय में छुट्टियों के बाद अपना कार्यभार संभाल लिया है और उन्हें लुइस के इस फैसले की एक लिखित प्रति मिली है। पता चला है कि उन्होंने इस मामले में अपनी कानूनी टीम से सलाह ली है। वह आइसीसी में 10 अगस्त तक अपील कर सकते हैं और इस अपील के 48 घंटे के भीतर तीन सदस्यीय समिति गठित की जाएगी।
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व विकेटकीपर को इस मुद्दे को देखने का काम सौंपा गया है, क्योंकि आइसीसी अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने संकेत दिया है कि वह इस मसले पर कोई भी पक्ष लेने से खुद को दूर रखना चाहेंगे। आइसीसी सूत्रों के अनुसार श्रीनिवासन तटस्थ रहना चाहेंगे, क्योंकि भारत इस घटना में शामिल है।
एक विश्वस्त सूत्र ने कहा, 'अगर रिचर्ड्सन अपील करते हैं तो आइसीसी की आचार समिति संहिता के सदस्यों में से तीन सदस्यीय पैनल गठित किया जाएगा। इस बार लुइस को भारतीय और इंग्लैंड के प्रतिनिधियों के साथ नहीं चुना जाएगा। तीन सदस्यीय पैनल आइसीसी संविधान के अनुसार फैसला देने में 30 दिन का समय ले सकता है। किसी भी हालत में, एंडरसन पूरी सीरीज में खेलेंगे। इसके बाद कोई भी सजा बीसीसीआइ या महेंद्र सिंह धौनी के लिए शायद ही मायने रखेगी।'