श्रीसंत ने बीसीसीआइ को लिखा पत्र, कहा दबाव में स्वीकार किया अपराध
केरल के प्रतिबंधित तेज गेंदबाज शांतकुमारन श्रीसंत ने बीसीसीआइ की अनुशासनात्मक समिति को लिखे पत्र में खुद के निर्दोष होने का दावा किया है। श्रीसंत ने कहा कि उन्होंने पुलिस के सामने दबाव में स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में शामिल होने की बात स्वीकार की थी।
नई दिल्ली। केरल के प्रतिबंधित तेज गेंदबाज शांतकुमारन श्रीसंत ने बीसीसीआइ की अनुशासनात्मक समिति को लिखे पत्र में खुद के निर्दोष होने का दावा किया है। श्रीसंत ने कहा कि उन्होंने पुलिस के सामने दबाव में स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में शामिल होने की बात स्वीकार की थी।
पढ़ें: आजीवन प्रतिबंध को कोर्ट में चुनौती देंगे श्रीसंत
बोर्ड के भ्रष्टाचार रोधी और सुरक्षा इकाई के प्रमुख रवि सवानी द्वारा आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग की जांच में दोषी पाए जाने के बाद श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया। तेज गेंदबाज ने कहा, 'मेरे करीबी रिश्तेदारों को गिरफ्तारी करने की धमकी देकर पुलिस ने दबाव में बयान लिया।'
श्रीसंत का लिखा पत्र अनुशासन समिति की सुनवाई से पहले सौंपा गया जिसमें उसने लिखा, 'पुलिस ने मानसिक और शारीरिक रूप से मुझे प्रताड़ित किया और हस्ताक्षर किया हुआ बयान लिया। जांच आयुक्त इससे इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि मैंने अपराध किया है। यह पुलिस के अनुमान पर बनी रिपोर्ट पर आधारित है।' उन्होंने कहा कि यह उसके लिए काफी चिंताजनक है क्योंकि उसके खिलाफ कोई पुख्ता सुबूत नहीं है। श्रीसंत ने कहा, 'किसी भी तरह की घूस स्वीकार करने, लेने, इसकी मांग करने या पेश करने के संबंध में कोई साक्ष्य नहीं है।' सवानी ने श्रीसंत को रिश्वत के बदले प्रति ओवर निर्धारित रन देने के लिए दोषी पाया।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर