Dhoni और विराट ने मिलकर युवराज सिंह के पीठ में छुरा घोंपा, योगराज सिंह ने लगाया आरोप
योगराज सिंह ने कहा कि विराट Dhoni और सेलेक्टर्स ने मिलकर युवराज के साथ विश्वासघात किया।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर व 2011 वनडे वर्ल्ड कप के हीरो युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने फिर से Dhoni पर अपने बेटे के करियर को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। योगराज सिंह पहले भी धौनी पर इस तरह से आरोप लगाते रहे हैं, लेकिन ये आरोप नया है पर इस बार उन्होंने विराट कोहली को भी इसमें सहायक बताया। हाल ही में युवराज सिंह ने कहा था कि कप्तानी के मामले में उन्हें विराट कोहली और धौनी का उतना सपोर्ट नहीं मिला जितना उन्हें पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली से मिला।
योगराज सिंह ने न्यूज 24 से बात करते हुए कहा कि धौनी और विराट के साथ-साथ चयनकर्ताओं ने भी उसके साथ (युवराज सिंह) विश्वासघात किया। हाल ही में मैं रवि शास्त्री से मिला था और उसने मुझसे एक फोटोग्राफ के लिए कहा। मैंने उसे अपने पास बुलाया और कहा कि सभी महान खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर विदाई मिलनी चाहिए। जब धौनी, विराट या रोहित रिटायर होंगे तब मैं बोर्ड से आग्रह करूंगा कि उन्हें अच्छी विदाई मिले क्योंकि उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए काफी कुछ किया है। कईयों ने उसके पीछ में छुरा घोंपा है और ये पीड़ादायक है।
भारत के लिए एक टेस्ट और छह वनडे खेलने वाले दाएं हाथ के पूर्व तेज गेंदबाज योगराज सिंह ने पूर्व भारतीय चयनकर्ता सरनदीप सिंह पर भी आरोप लगाया और कहा कि वो बैठक में जाते थे और कहते थे कि युवराज सिंह को ड्रॉप कर देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसे लोग भी सेलेक्टर बन जाते हैं जिन्हें क्रिकेट का एबीसी भी नहीं आती तो आप उनसे क्या उम्मीद कर सकते हो। जब कोई आपकी पीठ में धुरा घोंपता है तो वो काफी दुख पहुंचाने वाला होता है। हर कोई इस बात को लेकर चिंता में था कि अगर युवराज का प्रदर्शन जारी रहा तो उनका क्या होगा।
आपको बता दें कि युवराज सिंह ने एक इंस्टाग्राम लाइव चैट में कहा था कि 2011 वनडे वर्ल्ड कप के दौरान धौनी ने सुरेश रैना को काफी सपोर्ट किया था कि और उन्हें युवराज की जगह वर्ल्ड कप टीम में शामिल करने के लिए उनसे आगे रखा जा रहा था।
युवी के इस आरोप पर योगराज ने कहा कि इसमें नया क्या है। मुझे यह भी पता चला, भले ही मुझे इस बात पर यकीन न हो कि यह कितना सच है, कि किसी एक बैठक में किसी ने कहा कि भारतीय टीम को युवराज की जरूरत नहीं है क्योंकि सुरेश रैना टीम का हिस्सा हैं। मैंने ऐसा नहीं कहा। युवराज ने खुद ऐसा कहा है और मैंने कई क्रिकेटरों को भी ऐसा कहते सुना है। यहां तक कि युवराज सिंह के बिना भी टीम पर विचार किया गया था।