अब कोच ने मिताली पर लगाया आरोप, कहा दी थी धमकी, ओपन नहीं कराया तो संन्यास ले लूंगी
पोवार ने कहा कि मैं मानते हूं कि मिताली के साथ मेरे रिश्ते तनावपूर्ण है
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच रमेश पोवार ने बुधवार को स्वीकार किया कि उनके सीनियर खिलाड़ी मिताली राज के साथ तनावपूर्ण संबंध हैं लेकिन स्पष्ट किया कि टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में उन्हें बाहर करना पूरी तरह से क्रिकेट से जुड़ा था। पोवार बीसीसीआइ सीईओ राहुल जौहरी और महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम से मिले।
इससे एक दिन पहले मिताली ने उन पर पक्षपात का आरोप लगाया था। पोवार ने मुंबई में बीसीसीआइ मुख्यालय में बोर्ड के दोनों अधिकारियों से मुलाकात की। पोवार ने कहा कि भारतीय वनडे टीम की कप्तान मिताली ने धमकी दी थी कि अगर उन्हें ओपनिंग में नहीं उतारा गया तो वह टी-20 विश्व कप से हट जाएंगी और संन्यास ले लेंगी। मिताली को दबाव डालना और ब्लैकमेल करना बंद कर देना चाहिए।
भारतीय महिला टीम की सबसे सीनियर खिलाड़ी ने जौहरी और करीम को भेजे गए कड़े ईमेल में पोवार पर आरोप लगाया था कि उन्हें वेस्टइंडीज में खेले गए टी-20 विश्व कप के दौरान पोवार ने अपमानित किया था। साथ ही टीम से बाहर किए जाने पर वह रो पड़ी थी। बीसीसीआइ सूत्रों के अनुसार रमेश ने स्वीकार किया कि मिताली के साथ उनके पेशेवर रिश्ते तनावपूर्ण हैं क्योंकि उन्हें हमेशा लगा कि वह अलग-थलग रहने वाली खिलाड़ी है और उन्हें संभालना मुश्किल है। हालांकि अधिकारी ने कहा कि पोवार ने बताया कि मिताली को सेमीफाइनल से बाहर करना बदले की भावना नहीं बल्कि रणनीति का हिस्सा था। इंग्लैंड ने इस मैच में भारत को आठ विकेट से हराया था।
अधिकारी ने कहा कि पोवार ने बताया कि खराब स्ट्राइक रेट के कारण मिताली को इंग्लैंड के खिलाफ मैच से बाहर किया गया। इसके अलावा टीम प्रबंधन पिछले मैच में जीत दर्ज करने वाली टीम को बरकरार रखना चाहता था।
पोवार से पूछा गया कि आयरलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ मैचों में मिताली का स्ट्राइक रेट आड़े क्यों नहीं आया तो इसका उनके पास कोई जवाब नहीं था। मिताली ने इन दोनों मैचों में अर्धशतक जमाए और उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। इस पर भी चर्चा हुई कि क्या मिताली को बाहर करने के लिए किसी प्रभावशाली अधिकारी का बाहरी दबाव था।
सूत्रों ने बताया कि पोवार ने किसी का फोन आने का खंडन किया लेकिन दावा किया कि वह इससे अवगत थे कि बीसीसीआइ का प्रभावशाली व्यक्ति टीम मैनेजर (तृप्ति भट्टाचार्य) और दौरे की चयनकर्ता (सुधा शाह) के संपर्क में था। मिताली ने बुधवार को प्रशासकों की समिति की सदस्य डायना इडुलजी पर भी पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया था। वनडे टीम की कप्तान ने कहा था कि इडुलजी ने उनके खिलाफ अपने पद का उपयोग किया। इडुल्जी ने अभी तक मिताली के आरोपों पर प्रतिक्रिया नहीं दी है। 40 वर्षीय पोवार का अंतरिम कार्यकाल शुक्रवार को समाप्त हो जाएगा।