WTC Final: सिराज की रफ्तार से चकमा खा गए लाबुशेन, हाथ से छूटा बल्ला, दर्द से कराहता दिखा कंगारू बल्लेबाज
Siraj injured Marnus Labuschane WTC Final वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में भारत और ऑस्ट्रेलिया की भिड़ंत हो रही है। मोहम्मद सिराज अपनी रफ्तार के दम पर ओवल के मैदान पर जमकर कहर बरपा रहे हैं। सिराज की एक बाउंस लेती गेंद पर लाबुशेन बुरी तरह से चोटिल हुए।
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में भारत और ऑस्ट्रेलिया की भिड़ंत हो रही है। टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने के कप्तान रोहित शर्मा के फैसले को भारतीय तेज गेंदबाज एकदम सही साबित कर रहे हैं। शमी और सिराज ने नई गेंद से मिलकर कंगारू बल्लेबाजों का जीना हराम कर रखा है।
सिराज की रफ्तार के आगे दुनिया के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन भी पानी मांगते हुए नजर आ रहे हैं। सिराज की एक बाउंस लेती गेंद पर लाबुशेन पूरी तरह से चकमा खा गए और गेंद बेहद तेजी से उनके हाथ पर आकर लगी, जिसके बाद कंगारू बल्लेबाज दर्द से कराहता हुआ नजर आया।
सिराज के आगे बेबस लाबुशेन
टॉस गंवाने के बाद बैटिंग करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उस्मान ख्वाजा को मोहम्मद सिराज ने बिना खाता खोले पवेलियन की राह दिखाई। इसके बाद क्रीज पर उतरे टेस्ट क्रिकेट के नंबर एक बल्लेबाज यानी मार्नस लाबुशेन। हालांकि, शमी और सिराज की उछाल लेती गेंदों के आगे लाबुशेन बेहद असहज नजर आए और उनको एक-एक रन के लिए संघर्ष करना पड़ा।
दर्द से कराहते दिखे लाबुशेन
दरअसल, आठवें ओवर की पहली गेंद पर मार्नस लाबुशेन सिराज की रफ्तार से पूरी तरह से चकमा खा गए। 143 की स्पीड से आई बॉल कंगारू बल्लेबाज के सीधे अंगूठे पर आकर लगी और लाबुशेन के हाथ से बल्ला छूट गया। लाबुशेन बुरी तरह से दर्द से कराहते हुए नजर आए और उनको बीच मैदान पर फिजियो की मदद लेनी पड़ी।
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अश्विन के बिना उतरी है टीम इंडिया
भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में रविचंद्रन अश्विन के बिना उतरी है। कप्तान रोहित शर्मा ने डब्ल्यूटीसी फाइनल में अश्विन से ज्यादा भरोसा रवींद्र जडेजा पर दिखाया है। इसके साथ ही विकेटकीपर के तौर पर केएस भरत को ईशान किशन के ऊपर तरजीह दी गई है।
शार्दुल को मिला मौका
शार्दुल ठाकुर को डब्ल्यूटीसी फाइनल में मौका दिया गया है। शार्दुल बल्ले और गेंद दोनों से अहम योगदान देने के लिए जाने जाते हैं और विदेशी धरती पर उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है। भारतीय टीम मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और उमेश यादव के रूप में तीन तेज गेंदबाजों के साथ मैदान पर उतरी है।