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दिवंगत भाजपा नेता अरुण जेटली के बेटे रोहन की दावेदारी मजबूत, मिलेगी DDCA की कमान

DDCA के वर्तमान सचिव विनोद तिहारा पूर्व अध्यक्ष एसपी बंसल और पूर्व संयुक्त सचिव दिनेश शर्मा ने रोहन से उनके घर में मुलाकात की अध्यक्ष पद के लिए उन्हें समर्थन भी दिया।

By Viplove KumarEdited By: Published: Sat, 04 Jul 2020 09:02 AM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2020 09:02 AM (IST)
दिवंगत भाजपा नेता अरुण जेटली के बेटे रोहन की दावेदारी मजबूत, मिलेगी DDCA की कमान
दिवंगत भाजपा नेता अरुण जेटली के बेटे रोहन की दावेदारी मजबूत, मिलेगी DDCA की कमान

अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। दिवंगत भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के पुत्र रोहन को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) का अध्यक्ष बनाने के लिए सचिव विनोद तिहारा का गुट आगे आया है। दिल्ली हाईकोर्ट के छह पदों पर उपचुनाव के आदेश के बाद दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई थीं। इसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के पूर्व अध्यक्ष और डीडीसीए के पूर्व उपाध्यक्ष सीके खन्ना गुट ने वर्तमान सचिव विनोद तिहारा से हाथ मिला लिया था।

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दोनों गुटों ने एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर ली थी। सीके खन्ना की पत्नी शशि खन्ना अध्यक्ष पद की प्रबल उम्मीदवार थीं लेकिन डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष और बीसीसीआइ के पूर्व उपाध्यक्ष अरुण जेटली के पुत्र रोहन के इच्छा जताने के बाद मामला पलट गया है।

डीडीसीए के वर्तमान सचिव विनोद तिहारा, पूर्व अध्यक्ष एसपी बंसल और पूर्व संयुक्त सचिव दिनेश शर्मा ने शुक्रवार को रोहन से उनके घर में मुलाकात की और अध्यक्ष पद के लिए उन्हें समर्थन भी दिया।

सूत्रों के मुताबिक सीके खन्ना भी शनिवार को रोहन से मिल सकते हैं।दिनेश शर्मा ने कहा कि हमने रोहन को अध्यक्ष पद के लिए समर्थन दिया है। हम चाहते हैं कि अरुण जेटली स्टेडियम को विश्व स्तरीय बनाने के लिए रोहन आगे आएं। यही नहीं सभी लोग एकजुट होकर उन्हें निर्विरोध निर्वाचित करने में मदद करें।

इससे आपस के लड़ाई झगड़े बंद हो जाएं और दिल्ली क्रिकेट सही दिशा में आगे बढ़े। सीके खन्ना भी डीडीसीए के वरिष्ठ सदस्य हैं और उन्हें भी पूरा मान-सम्मान मिलना चाहिए। जब सीके खन्ना से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मेरी बैठक प्रस्तावित है लेकिन अभी समय तय नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि अभी इस मामले में मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।

दिल्ली हाईकोर्ट ने 17 जून को आदेश दिया था कि डीडीसीए छह सप्ताह के अंदर रिक्त छह पदों पर उपचुनाव संपन्न कराए। पिछले साल नवंबर में वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा के इस्तीफे के बाद से अध्यक्ष का पद खाली है। डीडीसीए के लोकपाल ने दिल्ली के विधायक ओमप्रकाश शर्मा को भी अयोग्य घोषित कर दिया था जिससे यह पद भी खाली हो गया था। कंपनी एक्ट के अनुसार चार निदेशकों के भी चुनाव होने हैं।

उपाध्यक्ष राकेश बंसल कार्यकारी अध्यक्ष का भार संभाल रहे हैं। डीडीसीए में 4280 सदस्य हैं। पिछले चुनाव में विजेता और उपविजेता रहने वाले इन दोनों ग्रुपों के एक साथ आने से स्थितियां काफी मजबूत होंगी। मंजीत सिंह ने कहा कि चुनाव की तिथि सुनिश्चित होते ही उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जाएगी।


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