बीच मैदान पर किरोन पोलार्ड ने तोड़ा प्रोटोकॉल, विराट कोहली ने भी जताया विरोध
India vs West Indies किरोन पोलार्ड ने रविंद्र जडेजा को आउट करने के लिए टीम स्टाफ से मदद ली जिसका विराट ने विरोध जताया।
नई दिल्ली, जेएनएन। चेन्नई में भारत के खिलाफ पहले वनडे मैच में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के कप्तान किरोन पोलार्ड ने प्रोटोकॉल तोड़ा और रवींद्र जडेजा को आउट करने के लिए बाहर से (टीम स्टाफ) मदद ली। पोलार्ड के इस कदम का भारतीय कप्तान विराट कोहली ने विरोध किया साथ ही साथ कमेंट्री कर रहे आकाश चोपड़ा ने भी इस घटना को गलत करार दिया। आकाश चोपड़ा ने कहा कि खेल के दौरान बाहर से मदद लेना बेहद गलत बात है और ये शर्मनाक है।
क्या है पूरा मामला
चेन्नई वनडे की पहली पारी के 48वें ओवर की चौथी गेंद पर ये घटना घटी। ये ओवर कीमो पॉल फेंक रहे थे और उनका सामना रवींद्र जडेजा कर रहे थे। इस गेंद पर जडेजा रन लेने के लिए दौड़े, लेकिन जब तक वो क्रीज पर पहुंचने रोस्टन चेज ने उन्हें रन आउट किया। चेज ने गेंद को विकेट पर मार दिया, लेकिन वो इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं थे कि जडेजा क्रीज तक पहुंच गए हैं या नहीं। उन्हें लगा कि शायद गेंद विकेट में लगने से पहले जडेजा क्रीज तक पहंच चुके हैं और उन्होंने अपील नहीं की। वहीं अंपायर भी शांत नजर आए और कोई रिएक्शन नहीं दिया।
विराट कोहली हुए नाराज
इसके बाद फील्ड में लगे स्क्रीन में रिप्ले में दिखा कि जडेजा रन आउट हैं और फिर किरोन पोलार्ड ने आउट की अपील कर दी। इसके बाद फील्ड अंपायर ने तीसरे अंपायर की तरफ आउट के लिए इशारा किया और फिर जडेजा को आउट करार दिया गया। वहीं अंपायर आकाश चोपड़ा ने बताया कि किरोन पोलार्ड ने अपील करने के पहले वेस्टइंडीज टीम के एनालिस्ट से भी पूछा कि उन्हें क्या करना चाहिए। एनालिस्ट ने बताया कि जडेजा आउट हैं और उन्हें अपील करनी चाहिए। पोलार्ड ने ऐसा ही किया। वहीं इस घटना पर विराट कोहली ने अपना विरोध भी जताया कि किसी खिलाड़ी को आउट करने के लिए बाहर से मदद लेना ठीक नहीं है। विराट कोहली बाउंड्री लाइन पर बैठे हुए थे और वो खीजकर ड्रेसिंग रूम में चले गए। जडेजा अच्छी लय में नजर आ रहे थे और 21 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 21 रन बनाए।