बुमराह और नोबॉल का किस्मत कनेक्शन, अब द. अफ्रीका में घटी ये घटना
बुमराह के साथ दक्षिण अफ्रीका में भी ये वाकया हुआ जिसे वो सुधारना चाहेंगे।
अभिषेक त्रिपाठी, केपटाउन। न्यूलैंड्स स्टेडियम में पहला टेस्ट खेलने उतरे भारतीय टीम के युवा गेंदबाज जसप्रीत बुमराह अक्सर नोबॉल में विकेट लेने और मौके गंवाने के लिए जाने जाते हैं। निश्चित तौर पर उनको अपनी इस गलती पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
शुक्रवार को 31वें ओवर में उन्होंने कप्तान फाफ डु प्लेसिस को गेंद फेंकी और कैच आउट की अपील हुई। अंपायर ने उसे नकार दिया। विकेट के पीछे ऋद्धिमान साहा चिल्लाए कि दो आवाज आया, स्लिप में खड़े कप्तान विराट भी बोले मुझे भी लग रहा है। इसके बाद भारतीय टीम ने रिव्यू लिया, लेकिन जैसे ही रीप्ले दिखा तो बुमराह का पैर क्रीज के बाहर पड़ा था। इसके बाद डीआरएस प्रक्रिया आगे ही नहीं बढ़ी और दक्षिण अफ्रीका के खाते में एक अतिरिक्त रन और चला गया।
चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल
आपको भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले साल जून में खेला गया आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल तो याद ही होगा। अगर नहीं याद है तो बता देते हैं। इसमें भारत के युवा गेंदबाज और यॉर्कर स्पेशलिस्ट बुमराह ने पारी के चौथे ओवर की पहली ही गेंद पर पाकिस्तानी बल्लेबाज फखर जमां को महेंद्र सिंह धौनी के हाथों कैच आउट करा दिया था। फखर बाउंड्री लाइन के पास भी पहुंच गए थे, लेकिन अंपायर ने रीप्ले देखा तो उसमें बुमराह का पैर क्रीज के बाहर था। इतने महत्वपूर्ण मैच में बुमराह ने नोबॉल फेंकी और फखर को वापसी का मौका मिल गया। उस समय फखर तीन रन पर थे और इसके बाद उन्होंने अपने करियर का पहला शतक जड़ते हुए भारत की आइसीसी के टूर्नामेंट के फाइनल में सबसे बड़ी हार की कहानी लिखी थी। साथ ही टीम इंडिया को 180 रनों से हराकर कभी न भूलने वाला जख्म दे दिया।
धर्मशाला में नोबॉल
कहानी यहीं नहीं खत्म होती। बुमराह ने पिछले महीने श्रीलंका के खिलाफ धर्मशाला में खेले गए पहले वनडे में ओपनर धनुष्का गुणातिलके को आउट कर दिया। इसके बाद उन्होंने उपुल थरंगा को गली पर दिनेश कार्तिक के हाथों कैच आउट करा दिया, लेकिन अंपायर ने उसे नोबॉल करार दिया, क्योंकि उनका आगे वाला पैर क्रीज से बाहर था। थरंगा ने इस मैच में 49 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली। इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने इस भारतीय तेज गेंदबाज को जमकर ट्रॉल किया था। अब वह टेस्ट गेंदबाज बन गए हैं और उन्हें इस बात पर विशेष ध्यान देना चाहिए।