470 मिनट, 62 चौके और रनों का पहाड़, 99 सालों तक कायम रहा रिकॉर्ड
इंग्लैंड के आर्ची मैकलेरेन ने अपने क्रिकेट करियर में वो रिकॉर्ड बनाए जो आज भी इंग्लैंड व विश्व क्रिकेट में याद किए जाते हैं।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। टेस्ट क्रिकेट भी प्रथम श्रेणी क्रिकेट का हिस्सा है और क्रिकेट के इस सबसे पुराने हिस्से में कई बार ऐसे रिकॉर्ड बने जिसने सालों के लिए अपनी छाप छोड़ दी। ऐसा ही एक रिकॉर्ड बना था आज ही के दिन 122 साल पहले।
- एतिहासिक मुकाबला
प्रथम श्रेणी क्रिकेट का सबसे पुराना रूप था इंग्लैंड काउंटी क्रिकेट। इंग्लैंड के घरेलू क्रिकेट ने शुरुआत से लाजवाब खिलाड़ी दिए हैं और ये सफर अब भी जारी है। ऐसे ही एक खिलाड़ी थे आर्ची मैकलेरेन। इस खिलाड़ी ने 1895 को आज ही के दिन एक ऐसी पारी को अंजाम दिया जिसका रिकॉर्ड इंग्लैंड में 99 सालों तक कायम रहा। मैच था प्रतिष्ठित लैंकशर और सोमरमेट की टीमों के बीच। मैच में लैंकशर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उस समय 23 साल के आर्ची मैकलेरेन न सिर्फ लैंकशर के ओपनर थे बल्कि कप्तान भी थे। वो बल्लेबाजी करने उतरे और विरोधी गेंदबाजों की ऐसी परीक्षा ली जो सदा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई।
- 16 जुलाई को खेली गई वो लाजवाब पारी
ये एक तीन दिवसीय मैच था। मैच के पहले दिन का खेल खत्म होने तक मैकलेरेन 289 रन बना चुके थे जिसमें पॉल आर्थर (177) के साथ दूसरे विकेट के लिए 363 रनों की एतिहासिक साझेदारी भी शामिल थी। फिर आया वो दिन, 16 जुलाई। मैकलेरेन अब अपनी पूरी लय में थे और स्पिनर से लेकर तेज गेंदबाजों तक कोई भी उन्हें आगे बढ़कर शॉट खेलने से रोक नहीं पा रहा था। इस बल्लेबाज ने 470 मिनट तक बल्लेबाजी की और 62 चौकों व 1 छक्के की मदद से 424 रनों की लाजवाब पारी को अंजाम दिया। उनकी इस पारी के दम पर लैंकशर की टीम ने अपनी पहली पारी में ऑलआउट होने से पहले 801 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया। इसके बाद सोमरसेट की टीम महज 143 रन पर ही सिमट गई। सोमरसेट को फॉलोऑन खेलना पड़ा और लैंकशर ने दूसरी पारी में सोमरसेट को 206 रन पर समेट दिया। इसके साथ ही लैंकशर ने पारी और 452 रनों से लाजवाब जीत दर्ज की।
- 99 सालों बाद इस धुरंधर ने तोड़ा रिकॉर्ड
इसके बाद 99 सालों तक इंग्लैंड की जमीन पर कोई इस रिकॉर्ड को नहीं तोड़ सका। आर्ची मैकलेरेन का ये रिकॉर्ड नामुमकिन सा लगने लगा था। आखिरकार जून 1994 में ये रिकॉर्ड टूटा और इसको अंजाम देने वाले और कोई नहीं बल्कि वेस्टइंडीज के महानतम बल्लेबाज ब्रायन लारा थे। लारा ने बर्मिंघम में वॉरविकशर की तरफ से खेलते हुुए 427 गेंदों पर 474 मिनट बल्लेबाजी करते हुए 501 रनों की पारी खेली जिसमें 62 चौके और 10 छक्के शामिल थे। लारा की इस पारी के दम पर वॉरविकशर ने 810 रनों का स्कोर खड़ा किया।
- मैकलेरेन की पारी की ज्यादा अहमियत क्यों?
दरअसल मैकलेरेन ने अपनी पारी एक तीन दिवसीय मैच में खेली थी जबकि लारा ने चार दिवसीय मुकाबले में। इसके अलावा कप्तान मैकलेरेन अपनी पारी के दम पर टीम को वो मैच रिकॉर्ड अंतर से जिताने में सफल रहे थे जबकि लारा ने जिस मैच में एतिहासिक पारी खेली वो ड्रॉ रहा था।
- जितना सर्वाधिक स्कोर, उतने ही मैच
आर्ची मैकलेरेन के जीवन में 424 के आंकड़े का महत्व बेहद खास रहा। दरअसल उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर में मैच भी 424 ही खेले थे। आर्ची ने 1890 से लेकर 1923 तक क्रिकेट खेला। अपने 33 साल के इस विशाल करियर में उन्होंने 34.15 की औसत से 22,236 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 47 शतक और 95 अर्धशतक निकले। वो अपने करियर में 52 बार नॉटआउट रहे। इसमें 35 टेस्ट मैच भी शामिल रहे जो उन्होंने इंग्लैंड की तरफ से खेले। अपने टेस्ट करियर में आर्ची ने 1931 रन बनाए जिसमें पांच शतक और आठ अर्धशतक शामिल थे। आर्ची एक बेहतरीन फील्डर भी थे। उन्होंने अपने करियर में कुल 452 कैच लपके थे।