श्रीलंकाई गेंदबाज का करिश्माई प्रदर्शन तो भारतीय गेंदबाज का करारा जवाब
श्रीलंकाई क्रिकेट अपने स्पिनरों के लिए हमेशा से चर्चा में रहा है। अब इस चर्चा में एक और नाम जुड़ गया है लेकिन एक भारतीय गेंदबाज ने इसे यादगार नहीं बनने दिया।
शिवम् अवस्थी, नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। कुछ ही समय पहले की बात है, जब आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में दिग्गज टीम इंडिया को कमजोर दिखने वाली श्रीलंकाई टीम ने पस्त कर दिया था। दबाव बनाने का ऐसा नजारा गुरुवार को एक बार फिर देखने को मिला। मौजूदा वनडे सीरीज के दूसरे मुकाबले में दबाव बनाने की ऐसी जंग हुई जिसने करोड़ों फैंस को रोमांचित किया। श्रीलंका के एक युवा गेंदबाज ने अपनी गेंदबाजी से चौंकाया तो भारत के एक गेंदबाज ने अपनी बल्लेबाजी से हैरान कर डाला।
- क्या थी स्थिति
दूसरे वनडे मैच में भारत ने टॉस जीतकर श्रीलंका को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया। भारतीय गेंदबाजों ने एक बार फिर अच्छा प्रदर्शन किया और श्रीलंका को 236 रन ही बनाने दिए। भारतीय टीम के शानदार बल्लेबाजी क्रम को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि ये लक्ष्य तो आसानी से हासिल हो जाएगा। भारतीय ओपनर्स रोहित शर्मा (54) और शिखर धवन (49) ने पहले विकेट के लिए 109 रनों की लाजवाब साझेदारी भी कर ली थी। बस ऐसा लगा कि ये मैच अब जल्द ही खत्म हो जाएगा।
- फिर शुरू हुआ फिरकी का कहर
भारत के लिए सब कुछ अच्छा चल रहा था तभी अपना चौथा वनडे मैच खेल रहे श्रीलंका के 23 वर्षीय स्पिनर अकीला धनंजय ने रोहित शर्मा को आउट कर दिया। इसके बाद जो कुछ हुआ उसने करोड़ों फैंस को सन्न कर दिया। 109 से 131 रन के स्कोर के बीच भारत ने अपने सात विकेट गंवा दिए। यानी कुल 22 रन के अंदर 7 बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। इसका पूरा श्रेय श्रीलंकाई स्पिनर धनंजय को जाता है क्योंकि इन 7 विकेटों में से 6 विकेट धनंजय ने ही लिए थे। धनंजय ने अपने पहले विकेट से पांचवें विकेट तक पहुंचने के लिए मात्र 13 गेंदों का सहारा लिया। भारतीय बल्लेबाजी क्रम पूरी तरह से बेबस और बेहाल हो गया था।
- ....और इस भारतीय गेंदबाज ने दिया बल्ले से जवाब
भारत की स्थिति बहुत खराब थी लेकिन पिच पर धौनी उम्मीदों का बोझ कंधों पर लिए खड़े थे। धौनी शानदार मैच फिनिशर हैं लेकिन उन्हें दूसरे छोर पर साथ की जरूरत थी क्योंकि मात्र तीन विकेट ही बाकी थे। ऐसी स्थिति में भारतीय पेसर भुवनेश्वर कुमार ने ऐसी बल्लेबाजी की जिसकी शायद किसी श्रीलंकाई खिलाड़ी को उम्मीद नहीं थी। शुरुआत में तो वो संयम के साथ खेले लेकिन देखते-देखते एक समय उनका स्कोर धौनी से भी आगे निकल गया। जिस समय धौनी 43 रन बनाकर खेल रहे थे, उसी समय भुवनेश्वर ने 77 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। दोनों भारतीय खिलाड़ियों के बीच आठवें विकेट के लिए 100 रनों की अटूट साझेदारी हुई और भारत ने 16 गेंदें शेष रहते तीन विकेट से यादगार व रोमांचक जीत दर्ज कर ली। भुवनेश्वर कुमार ने 80 गेंदों पर नाबाद 53 रनों की पारी खेली जिसमें 4 चौके व 1 छक्का शामिल रहा। वहीं धौनी ने 68 गेंदों पर नाबाद 45 रनों की पारी खेली जिसमें 1 चौका शामिल था।
- ऐसे-वैसे बल्लेबाज नहीं हैं भुवनेश्वर कुमार
मेरठ के भुवनेश्वर कुमार को सब एक शानदार गेंदबाज के रूप में जानते हैं लेकिन कम ही लोग इस बात से वाकिफ हैं कि ये गेंदबाज बल्ले से भी दम दिखाता आया है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भुवनेश्वर कुमार 67 मैचों में 2311 रन बना चुके हैं जिस दौरान 128 रनों की सर्वश्रेष्ठ पारी भी खेल चुके हैं। भुवनेश्वर इतने ही प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैचों में 200 विकेट भी ले चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बात करें तो भुवनेश्वर टेस्ट क्रिकेट में भी तीन अर्धशतक जड़ चुके हैं जिस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 63 रनों का रहा है।