कहीं हमारी इस कमी का फायदा न उठा लें बांग्लादेश के बल्लेबाज
दरअसल, ये समस्या है टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों से जुड़ी। भारत के पास टेस्ट मैच में चार तेज गेंदबाज होंगे- इशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार, वरुण एरोन और उमेश यादव। अगर पिछले कुछ महीनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो ये भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के पक्ष में नजर नहीं आते।
(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेटर एक बार फिर तैयार हैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की चुनौती के लिए। बांग्लादेश दौरे में जाहिर तौर पर टीम इंडिया जीत की प्रबल दावेदार है लेकिन हर खेल में हर टीम की कोई न कोई कमजोरी जरूर होती है। ऐसा ही कुछ टीम इंडिया के साथ भी है और डर इसी बात का है कि कहीं बांग्लादेश के बल्लेबाज इस भारतीय कमजोरी का फायदा न उठा लें।
- इस कमजोरी को ठीक करना होगाः
दरअसल, ये समस्या है टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों से जुड़ी। भारत के पास टेस्ट मैच में चार तेज गेंदबाज होंगे- इशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार, वरुण एरोन और उमेश यादव। अगर पिछले कुछ महीनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो ये भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के पक्ष में नजर नहीं आते। इनमें से सिर्फ एक ही ऐसा गेंदबाज है जो इस समय लय में नजर आया है और वो हैं उमेश यादव, जो 18 विकेटों के साथ विश्व कप 2015 में सर्वश्रेष्ठ भारतीय गेंदबाज बने थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी वो 11 विकेट लेने में सफल रहे थे.....लेकिन सवाल यही है कि बाकी के गेंदबाजों का क्या? क्या है इनकी समस्या आइए जानते हैं-
इशांत शर्माः
इशांत टीम के सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज हैं लेकिन उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मेलबर्न टेस्ट के रूप में खेला था। उसके बाद वो घुटने की चोट की वजह से मैदान से बाहर हो गए थे। इसी वजह से वो विश्व कप भी नहीं खेल सके। जब चोट कुछ ठीक हुई तो वो आइपीएल में हैदराबाद सनराइजर्स की तरफ से मैदान पर तो उतरे लेकिन सिर्फ चार मैचों में 14 ओवर ही कर सके। जाहिर है कि वो लय से बाहर नजर आ रहे हैं ऐसे में कहीं बांग्लादेश के बल्लेबाज उनकी कमजोरी का फायदा न उठा ले जाएं।
भुवनेश्वर कुमारः
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज के दौरान भुवनेश्वर चोटिल होने के कारण शुरुआती मैच नहीं खेल सके थे। हालांकि सिडनी में अंतिम टेस्ट में वो मैदान पर वापस जरूर लौटे लेकिन पहली पारी में बिना विकेट 122 रन लुटाए और दूसरी पारी में एक विकेट लेकर 46 रन लुटाए। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके ग्राफ में अचानक आई गिरावट के बाद राहत सिर्फ एक बात की है कि आइपीएल में उनका सीजन अच्छा रहा।
वरुण एरोनः
एरोन ने जबसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा है तब से कभी फिटनेस तो कभी खराब फॉर्म उनके आड़े आता रहा है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दो टेस्ट खेले लेकिन प्रभावित न कर पाने की वजह से वो टेस्ट के अलावा वनडे ट्राइ सीरीज से भी बाहर कर दिए गए और बाद में वर्ल्ड कप टीम से भी बाहर रखे गए। आइपीएल में भी खराब फॉर्म के कारण बेंगलोर की टीम ने उन्हें 6 मैचों में ही खेलने का मौका दिया। वो भी लय से बाहर नजर आ रहे हैं और डर इसी बात का है कि बांग्लादेश के युवा बल्लेबाज कहीं अपनी जमीन पर एरोन के खिलाफ आक्रामक रुख न अपना लें।