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भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच का परिणाम इन बातों पर निर्भर करेगा

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आज एक तरह से ट्‍वेंटी-20 विश्व कप का क्वार्टर फाइनल मुकाबला खेला जाएगा, क्योंकि इस मैच की विजेता टीम सेमीफाइनल में प्रवेश करेगी। यह मुकाबला बहुत रोमांचक होने की उम्मीद है, लेकिन कुछ बातों पर इस मैच का परिणाम निर्भर करेगा।

By sanjay savernEdited By: Published: Sun, 27 Mar 2016 02:35 PM (IST)Updated: Sun, 27 Mar 2016 06:09 PM (IST)
भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच का परिणाम इन बातों पर निर्भर करेगा

नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आज एक तरह से ट्वेंटी-20 विश्व कप का क्वार्टर फाइनल मुकाबला खेला जाएगा, क्योंकि इस मैच की विजेता टीम सेमीफाइनल में प्रवेश करेगी। यह मुकाबला बहुत रोमांचक होने की उम्मीद है, लेकिन कुछ बातों पर इस मैच का परिणाम निर्भर करेगा।

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टीम इंडिया को टूर्नामेंट शुरू होने से पहले खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में देखा जा रहा था, लेकिन पहले ही मैच में उसे न्यूजीलैंड से करारी शिकस्त मिली। ऑस्ट्रेलिया कभी भी इस खिताब को जीत नहीं पाया है और न्यूजीलैंड के हाथों मिली हार से उबरकर टीम पहली बार ट्रॉफी हासिल करने को बेकरार नजर आ रही है।

1. कोहली का मुकाबला स्मिथ से : चौंकिए मत, हम बल्लेबाज और गेंदबाज के मुकाबले की बात नहीं कर रहे हैं। दुनिया के चार मुख्य उभरते स्टार्स विराट कोहली, स्टीव स्मिथ, केन विलियम्सन और जो रूट अपनी-अपनी टीमों की जान है। विलियम्सन और रूट तो अपनी-अपनी टीमों को टी-20 विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचा चुके हैं। अब स्मिथ और विराट में से कोई भी इस काम में सफल होगा। इन दोनों की पारियां अपनी टीमों के लिए अंतर पैदा कर सकती है और इसके चलते दोनों पर अतिरिक्त दबाव रहेगा। अब देखना होगा कि मैच के बाद दोनों में से कौन जश्न मनाएगा।

2. रोहित का फॉर्म में लौटना जरूरी : रोहित शर्मा सीमित ओवरों के प्रारूप में टीम इंडिया की बल्लेबाजी की जान रहे हैं, वैसे पिछले कुछ मैचों में उनका बल्ला खामोश रहा है। रोहित को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बल्लेबाजी में मजा आता रहा है और यदि वे इस मैच में फॉर्म में आ जाते हैं तो मध्यक्रम पर दबाव कम हो जाएगा। रोहित का लय में आना टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहेगा, क्योंकि इसी मैच से टीम का नॉकआउट दौर शुरू हो चुका है और धोनी चाहेंगे कि नॉकआउट पंचेस में रोहित अपनी भूमिका निभाए।

3. भारत की जीत की चाबी अश्विन के हाथों में : टीम इंडिया ने इस टूर्नामेंट में अभी तक अपने सभी मैच स्पिनरों की मददगार पिचों पर खेले हैं और मोहाली की पिच भी इससे अलग नहीं होगी। इसके चलते घरेलू टीम की जीत की जिम्मेदारी प्रमुख स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के कंधों पर होगी। रवींद्र जडेजा अच्छे मददगार की भूमिका निभा रहे हैं जबकि सुरेश रैना और युवराज सिंह को भी पार्टटाइम स्पिनरों का दायित्व निभाना होगा। धोनी आमतौर पर टीम में परिवर्तन के मूड में नहीं रहते हैं, अन्यथा हार्दिक पांड्या की जगह हरभजनसिंह को प्लेइंग इलेवन में शामिल कर कंगारू टीम को चौंकाया जा सकता है।

4. धौनी से चाहिए एक और मास्टर स्ट्रोक : महेंद्रसिंह धोनी अपनी नेतृत्व क्षमता से टूर्नामेंट में सभी को प्रभावित कर रहे हैं। रविचंद्रन अश्विन के उपयोग के अलावा बांग्लादेश के खिलाफ अंतिम गेंद में ग्लोब्ज निकालने जैसी उनकी योजना ने हारा हुआ मैच टीम की झोली में डाला है। अब सभी की निगाहें इस बात पर होगी कि धोनी इस मैच में वॉर्नर, फिंच, मैक्सवेल जैसे दिग्गज बल्लेबाजों के खिलाफ बुमराह और अश्विन का किस तरह उपयोग करते हैं। धोनी अपने पार्ट टाइम गेंदबाजों के उपयोग पर भी सभी की निगाहें होंगी। इसके अलावा यह देखना भी दिलचस्प होगा कि क्या धौनी का बल्ला आग उगलेगा।

5. वॉटसन की अहम भूमिका होगी : जब से ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शेन वॉटसन ने संन्यास की घोषणा कर दी है तब से वे उन्मुक्त होकर बल्लेबाजी कर रहे हैं। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में वे अपनी उपयोगिता साबित कर चुके हैं। उनकी मौजूदगी ऑस्ट्रेलियाई मध्यक्रम को मजबूती देगी। वैसे भी भारत के खिलाफ वे अपने घर में जबर्दस्त शतकीय पारी खेल चुके हैं, इसके चलते उनका मनोबल बढ़ा हुआ होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि धौनी उनके खिलाफ क्या रणनीति अपनाते हैं।

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