भारत बनाम इंग्लैंड फाइनल टेस्ट क्यों किया गया कैंसिल, जानिए वजह और घटनाक्रम की टाइमलाइन
Ind vs Eng भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के चौथे टेस्ट के दौरान बायो-बबल में कोरोना के केस सामने आए थे और अब पांचवें मैच के पहले दिन के खेल को स्थिगित कर दिया गया है।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का अंतिम मुकाबला अंतत: रद करना पड़ा। पहले कहा जा रहा था कि इसे एक या दो दिन स्थगित कर दिया जाएगा, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ इसके लिए राजी नहीं था, क्योंकि संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई में 19 सितंबर से इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल 2021 के दूसरे चरण की शुरुआत होनी है।
यूएई में बबल टू बबल ट्रांसफर हो जाएगा, लेकिन कोरोना के केस भारतीय टीम के बायो-बबल में हैं। ऐसे में यूएई के नियमों की वजह से परेशानी हो सकती है। बीसीसीआइ किसी भी हाल में आइपीएल को लेकर रिस्क नहीं लेगी, क्योंकि आइपीएल के 14वें सीजन के बाद टी20 विश्व कप खेला जाना है। ईसीबी द्वारा जारी प्रेस रिलीज में भी इसी बात का हवाला दिया है कि बीसीसीआइ ने कैंप में कोरोना के केस न बढ़ें, इसलिए मुकाबला रद करने पर सहमति जताई है।
अब बात करते हैं कि इस घटनाक्रम की। दरअसल, भारतीय टीम के खिलाड़ी और मुख्य कोच रवि शास्त्री समेत सपोर्ट स्टाफ के सदस्य लंदन के होटल में एक बुक लांच इवेंट का हिस्सा बने थे। वहीं, 2 सितंबर से शुरू हुए चौथे टेस्ट मैच के दौरान रवि शास्त्री को कोरोना के लक्षण दिखाई तो उन्होंने टेस्ट कराया तो वे पाजिटिव पाए गए। इस वजह से सपोर्ट स्टाफ के तीन और सदस्यों को आइसोलेट किया गया था, जो रवि शास्त्री के संपर्क में आए थे। बाद में उनकी रिपोर्ट भी पाजिटिव आइ।
इस तरह टेस्ट सीरीज के चौथे मुकाबले के चौथे दिन मुख्य कोच रवि शास्त्री, गेंदबाजी कोच भरत अरुन, फील्डिंग कोच आर श्रीधर और फीजियो नितिन पटेल कोरोना संक्रमित होने की वजह से स्टेडियम नहीं पहुंचे और फिर उन्हें दौरे से बाहर कर दिया गया। हालांकि, उसके बाद भारत के खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट हुआ, लेकिन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई। इस तरह लंदन के केनिंग्टन में चौथा मैच संपन्न हुआ और टीम इंडिया ने उसे जीतकर सीरीज में 2-1 की बढ़त बनाई।
अब टीम इंडिया अपने मुख्य कोच और तीन साथियों के बिना मैनचेस्टर रवाना हुई और वहां एक दो दिन अभ्यास किया, लेकिन 9 सितंबर को भारतीय टीम के एक और फीजियो योगेश परमार को कोरोना संक्रमित पाया गया, लेकिन बाद में उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। यहां तक कि खिलाड़ियों की पहली रिपोर्ट भी नेगेटिव आई, लेकिन दूसरी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट का इंतजार है। उधर, बीसीसीआइ ने ईसीबी के साथ मिलकर सीरीज के अंतिम मैच को कैंसिल कर दिया।
रिपोर्ट्स की मानें तो ईसीबी का कहना था कि मैच दो दिन के लिए टाला जाए। वहीं, इस मामले में बीसीसीआइ के अधिकारियों की राय बंटी हुई नजर आ रही थी। बीसीसीआइ के एक वरिष्ठ प्रशासक का कहना था कि टेस्ट मैच को कैंसिल किया जाए, जबकि बीसीसीआइ के ही दो अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों का कहना था कि ईसीबी के दो दिन की देरी के सुझाव से वे सहमत हैं, लेकिन आखिर में सीरीज के आखिरी मैच को रद करने पर सहमति बनी।