ईडन गार्डेंस के मैदान पर टीम इंडिया के पास है 14 साल पुराना हिसाब चुकाने का मौका
कंगारू ईडन में जीत दर्ज कर सीरीज में वापसी करने को आमादा हैं।
कोलकाता, विशाल श्रेष्ठ। ऐतिहासिक ईडन गार्डेंस स्टेडियम में विराट के वीर गुरुवार को जब कंगारुओं से मौजूदा वनडे सीरीज में दूसरी बार जोरआजमाइश करने उतरेंगे तो उनकी निगाह सिर्फ जीत दर्ज कर 2-0 की बढ़त हासिल करने पर नहीं होगी, बल्कि वे ऑस्ट्रेलिया से उस हार का हिसाब भी चुकता करना चाहेंगे, जो इसी मैदान पर 14 साल पहले झेलनी पड़ी थी। भारत-ऑस्ट्रेलिया की टीमें ईडन में पिछली बार 18 नवंबर, 2003 को टीवीएस कप के फाइनल में भिड़ी थीं। उस मैच में मेहमान टीम ने 37 रन से जीत दर्ज की थी। उन टीमों का कोई भी खिलाड़ी मौजूदा टीमों में शामिल नहीं है, लेकिन पिछली पीढ़ी को मिली हार का बदला लेने के लिए विराट के नेतृत्व वाली नई पीढ़ी तैयार है।
कंगारुओं को कमतर आंकना होगी बड़ी भूल
हालांकि चेन्नई वनडे में हार के बावजूद कंगारुओं को कमतर आंकना मेजबान की बड़ी भूल होगी। ऑस्ट्रेलियाई टीम जोरदार वापसी करने के लिए जानी जाती है। पहले मैच में बारिश के कारण ओवर घटाए जाने और संशोधित लक्ष्य मिलने से कंगारू बल्लेबाजों को अचानक खुद को टी-20 प्रारूप के अनुरूप ढालना पड़ा था, जिससे वे लड़खड़ा गए थे, लेकिन ईडन में ऐसे हालात पैदा होने पर वे पूरी तरह तैयार हैं। उनके अभ्यास में ये साफ तौर पर झलका है। वैसे बारिश की भविष्यवाणी से इस मुकाबले का भी मजा किरकिरा हो सकता है।
रोहित पर होगी खास नजर
ईडन पर टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा पर खास नजर होगी। यह ग्राउंड रोहित के लिए हमेशा लकी रहा है। नवंबर, 2014 में इसी ग्राउंड पर रोहित ने श्रीलंका के खिलाफ वनडे में 264 रनों की रिकॉर्ड तोड़ पारी खेली थी। पिछले मैच में रोहित लय में नहीं दिखे। अच्छी शुरुआत मिलने के बावजूद वह उसे बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पाए, लेकिन ईडन से वह फिर छा सकते हैं। रन मशीन कप्तान विराट से भी बड़ी पारी की उम्मीद होगी, जो पिछले मैच में खाता भी नहीं खोल पाए थे। हालांकि विराट के नहीं चलने पर भी पिछले कुछ मैचों में बाकी बल्लेबाजों ने जिस तरह पारी को संभालकर जीत दिलाई है, उससे कहीं न कहीं ये 'वन मैन टीम' नजर नहीं आ रही। ये जरूर है कि विराट के रन बनाने से टीम के लिए चीजें काफी आसान हो जाती हैं। मध्यक्रम की जान पिछले मैच में जीत की नींव रखने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धौनी और हार्दिक पांड्या हैं। पहले मैच में फ्लॉप रहने पर भी हालिया समय में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए अजिंक्य रहाणे को दूसरा मौका मिल सकता है यानी लोकेश राहुल को अभी इंतजार करना होगा।
जडेजा को मिल सकता है मौका
ईडन के स्पिन के अनुकूल विकेट को देखते हुए कोहली तीन विशेषज्ञ स्पिनरों के साथ उतर सकते हैं। ऐसे में रवींद्र जडेजा को मनीष पांडेय की जगह मौका मिल सकता है, जो पिछले मैच में नहीं चले थे। जडेजा का ऑलराउंडर होना भी उनके पक्ष में है।
संतुलित है भारतीय गेंदबाजी
भारतीय गेंदबाजी संतुलित नजर आ रही है। पिछले मैच में गेंदबाजी करने वाले हरेक गेंदबाज को विकेट मिलना भी इसका एक प्रमाण है। युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की नई स्पिन जोड़ी ने पहले मैच में कंगारुओं को काफी परेशान किया और ईडन के स्पिन के अनुकूल विकेट पर वे एक बार फिर कमाल कर सकते हैं। तेज गेंदबाजी की कमान भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह के कंधों पर ही होगी।
वार्नर व स्मिथ से बड़ी पारी की उम्मीद
कंगारू ईडन में जीत दर्ज कर सीरीज में वापसी करने को आमादा हैं। मेहमान टीम को सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर और कप्तान स्टीव स्मिथ से बड़ी पारी की उम्मीद होगी, जो चेन्नई में नहीं चले थे। ग्लेन मैक्सवेल ने चेन्नई वनडे में 18 गेंदों पर 39 रनों की छोटी मगर विस्फोटक पारी खेलकर चमक छोड़ी है। जेम्स फॉकनर गेंदबाजी में तो नहीं चले, लेकिन उनके बल्ले से रन जरूर निकले हैं। तेज गेंदबाज नाथन काल्टर नील और मार्कस स्टोइनिस ने भी पिछले मैच में अच्छी गेंदबाजी की है। ईडन में एडम जांपा 'डार्क हार्स' साबित हो सकते हैं।