भारतीय फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने कोरोना से लड़ाई के लिए दिया चार लाख का डोनेशन
फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने पीएम केयर्स फंड में 2 लाख रुपये जबकि तेलंगाना रीलिफ फंड में डेढ़ लाख रुपये तो वहीं एक अऩ्य फंड में 50 हजार की राशि दान में दी।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना महामारी की चपेट में इस वक्त भारत भी है और इसके खिलाफ लड़ाई जारी है। कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई में अपना सहयोग देने के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड समेत कई मौजूदा और पूर्व क्रिकेटर सामने आए हैं। अब इसमें एक नाम और जुड़ गया है और वो हैं भारतीय क्रिकेट टीम के फील्डिंग कोच आर श्रीधर का। आर श्रीधर ने कोरोना के खिलाफ चल रही इस जंग में सहायता के लिए चार लाख रुपये की राशि डोनेट की है।
फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने पीएम केयर्स फंड में 2 लाख रुपये जबकि तेलंगाना रीलिफ फंड में डेढ़ लाख रुपये तो वहीं एक अऩ्य फंड में 50 हजार की राशि दान में दी। आर श्रीधर ने इसकी जानकारी अपने ट्वीट के माध्यम से दी। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि एक भारतीय नागरिक होने के नाते मैं कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही लड़ाई में अपना सहयोग देते हुए गर्व महसूस कर रहा हूं।
As a proud Indian citizen, I'm Duty-bound and honoured to contribute Rs 200,000/- to @PMCares , Rs 150,000/- to @TelanganaCMO & Rs 50,000/- to Sec Cantt Board. #COVID19outbreak #PMCaresFunds #PMCARES @narendramodi @PMOIndia @KTRTRS @BCCI @WHO #letsgetourcountrybackontrack — R SRIDHAR (@coach_rsridhar) April 2, 2020
आपको बता दें कि कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में अपना सहयोग देने के लिए भारत के पीएम मोदी ने पिछले सप्ताह ही पीएम केयर्स फंड की स्थापना की थी और इसमें अपना सहयोग देने के लिए देशवासियों से अपील की थी। इसके बाद बीसीसीआइ ने 51 करोड़ रुपये दान में दिए थे जबकि विराट कोहली, सुरेश रैना, सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ियों ने भी सहयता राशि दान की थी।
विराट कोहली ने तीन करोड़ तो वहीं सुरेश रैना ने 52 लाख रुपये डोनेट किए थे। वहीं सचिन तेंदुलकर ने 50 लाख रुपये की सहायता राशि दी थी। बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी जरूरतमंदो को सहायता पहुंचाने के लिए भी चावल का दान किया था। वहीं पूर्व भारतीय ओपनर बल्लेबाज व सांसद गौतम गंभीर ने भी दो साल का वेतन दान करने का एलान किया है। भारत में कोरोना से संक्रमित हो रहे लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और इससे मरने वालों की संख्या भी बढ़ रही है।