359 का चक्रव्यूह टूटा: दुनिया को दिखाया कि हम क्यों हैं विश्व चैंपियन!
भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरी बार में तीन सौ उनसठ का चक्रव्यूह तोड़ने में सफल हो गई। ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को दूसरे वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत के खिलाफ पहले खेलते हुए तीसरी बार 359 का स्कोर बनाया था और पहली बार टीम इंडिया लक्ष्य का पीछा करते हुए 43.3 ओवर में एक विकेट पर 362 रन बनाकर जीत हासिल करने में सफल रही।
अभिषेक त्रिपाठी, जयपुर। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरी बार में तीन सौ उनसठ का चक्रव्यूह तोड़ने में सफल हो गई। ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को दूसरे वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत के खिलाफ पहले खेलते हुए तीसरी बार 359 रनों का स्कोर बनाया था और पहली बार टीम इंडिया लक्ष्य का पीछा करते हुए 43.3 ओवर में एक विकेट पर 362 रन बनाकर जीत हासिल करने में सफल रही।
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भारत में ऑस्ट्रेलियाई टीम का यह सबसे बड़ा स्कोर है। इससे पहले भारत के बाहर ऑस्ट्रेलिया दो बार टीम इंडिया के खिलाफ 359 का स्कोर बना चुकी है। पहली बार 23 मार्च, 2003 को विश्व कप फाइनल में रिकी पोंटिग के नाबाद 140 रनों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने दो विकेट खोकर यही स्कोर बनाया था। भारत वह मैच 125 रनों से हारा था। इसके बाद आठ फरवरी, 2004 को कंगारुओं ने सिडनी में पांच विकेट के नुकसान पर इतने ही रन बनाए। यह मैच भारत 208 रनों से हारा था।
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इससे पहले भारत का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा स्कोर सात विकेट पर 354 रन था। 28 अक्टूबर, 2009 को नागपुर में हुए मैच में धौनी की 124 रनों की पारी की बदौलत भारत ने पहले खेलते हुए यह स्कोर बनाया था, जिसका पीछा करते हुए कंगारू 255 पर ऑलआउट हो गए थे। इसके अलावा लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच नवंबर, 2009 को हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में सचिन के 175 रनों की पारी की बदौलत 347 रन बनाए थे। लेकिन यह मैच भारत तीन रन से हारा था।
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शिखर-रोहित की आतिशबाजी :
बडे़ लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की ओर से पहले ओपनर शिखर धवन और रोहित शर्मा और बाद में रोहित-विराट की आतिशबाजी देखने को मिली। शिखर ने 95 रन की पारी में 86 गेंदों पर 14 चौके लगाए, जबकि रोहित ने नाबाद 141 रन की पारी में 123 गेंदों पर 17 चौके और 4 छक्के लगाए। दोनों ने पहले विकेट के लिए 176 रनों की साझेदारी की। धवन 27वें ओवर की पहली गेंद में फॉकनर का शिकार बने। फॉकनर ने धवन को हाडिन के हाथों कैच कराया। इसके बाद रोहित ने विराट के साथ लक्ष्य हासिल करने की कमान संभाली। रोहित ने 102 गेंदों में 11 चौकों और तीन छक्कों की मदद से अपना तीसरा वनडे शतक लगाया, जो उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी है।
छा गए विराट :
दूसरी ओर विराट ने किसी गेंदबाज को नहीं बख्शा और 52 गेंदों में आठ चौकों और सात छक्कों की मदद से 100 पूरे कर वनडे में अपना 16वां शतक लगाया। उन्होंने दूसरे विकेट के लिए रोहित के साथ 104 गेंदों में 186 रनों की नाबाद साझेदारी कर टीम को शानदार जीत दिलाई। इससे पहले भारत ने मीरपुर में 18 मार्च, 2012 को पाकिस्तान के खिलाफ 330 रन बनाकर अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी। भारत की इस जीत में विराट ने 183 रनों की पारी खेली थी।
दूसरी बार लगे पांच अर्धशतक :
ऑस्ट्रेलियाई टीम के शुरुआती पांच बल्लेबाजों ने अर्धशतक ठोंके। ओपनर एरोन फिंच (50), फिल हयूज (83), ऑलराउंडर शेन वॉटसन (59), कप्तान जॉर्ज बेली (92) और ग्लेन मैक्सवेल (52) ने अर्धशतक लगाए। वनडे इतिहास में यह दूसरा मौका है जब किसी टीम की ओर से एक ही मैच में पांच बल्लेबाजों ने अर्धशतक जड़े हैं। इससे पहले कराची में 21 जनवरी, 2008 को जिंबॉब्वे के खिलाफ खेले गए वनडे में पाकिस्तान की ओर से नासिर जमशेद (61), यूनिस खान (79), मुहम्मद युसूफ (72), शोएब मलिक (63) और मिस्बाह उल हक (55) ने अर्धशतक लगाए थे।
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