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इंग्लैंड के पराक्रम को ध्वस्त करने को मुस्तैद विराट सेना, इंग्लैंड की टीम के लिए मुश्किल होगी चुनौती

Ind vs Aus भारत की टीम दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों में शुमार होती है और इसे हल्के में लेना किसी को भी भारी पड़ सकता है। इसके अलावा अब वो दौर बीत गया जब दूसरी टीमें भारत आकर खेलने से कतराती थीं। अब भारत क्रिकेट की महाशक्ति बन चुका है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Thu, 28 Jan 2021 08:40 PM (IST)Updated: Thu, 28 Jan 2021 08:40 PM (IST)
इंग्लैंड के पराक्रम को ध्वस्त करने को मुस्तैद विराट सेना, इंग्लैंड की टीम के लिए मुश्किल होगी चुनौती
भारतीय टेस्ट टीम के खिलाड़ी जश्न मनाते हुए (एपी फोटो)

उमेश राजपूत, नई दिल्ली। जो रूट की कप्तानी में पिछली चार सीरीज जीतने वाला इंग्लैंड की क्रिकेट टीम का विजय रथ भारत पहुंच चुका है। इंग्लैंड को पांच फरवरी से भारत में चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है और पिछली चार सीरीज में जीत से उसके हौसले बुलंद हैं। हालांकि, भारत दौरा इंग्लैंड के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगा, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतकर लौटी टीम इंडिया अब विराट कोहली की कप्तानी में अपने मैदानों पर इंग्लैंड के पराक्रम को ध्वस्त करने के लिए पूरी मुस्तैदी के साथ तैयार है।

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भारत और इंग्लैंड के बीच इस बार टेस्ट सीरीज बेहद दिलचस्प होने की उम्मीद है। इंग्लैंड वह देश है जिसने दुनिया को क्रिकेट का ककहरा सिखाया है। यहां तक कि भारत ने भी टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला मुकाबला इंग्लैंड के खिलाफ ही खेला था। लेकिन, तब से अब तक दोनों टीमों के साथ-साथ क्रिकेट के नियम और इसे खेलने के तरीके के अलावा बहुत कुछ बदल चुका है।

अब भारत की टीम दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों में शुमार होती है और इसे हल्के में लेना किसी को भी भारी पड़ सकता है। इसके अलावा अब वो दौर बीत गया जब दूसरी टीमें भारत आकर खेलने से कतराती थीं। अब भारत क्रिकेट की महाशक्ति और क्रिकेट का सबसे बड़ा बाजार बन चुका है और हर देश चाहता है कि उसकी क्रिकेट टीम भारत के साथ खेले, फिर चाहें मुकाबले उसके अपने देश में हों या फिर भारत में। यही वजह है कि पिछली सदी के 67 वर्षो में भारत के सिर्फ 10 दौरे करने वाली इंग्लैंड की टेस्ट टीम का 21वीं सदी में दूसरा दशक पूरा होने से पहले ही यह छठा भारत दौरा है।

पिछली सदी में भारत और इंग्लैंड की टीमों के बीच भारतीय सरजमीं पर जो 10 सीरीज खेली गई थीं उनमें बराबरी की टक्कर देखने को मिली थी। दोनों ही टीमों ने चार-चार सीरीज जीती थीं, जबकि दो सीरीज ड्रॉ रही थीं। हालांकि, सदी बदली तो भारत में इंग्लैंड के लिए सीरीज खेलना चुनौती बन गया। इस सदी में दोनों देशों के बीच भारत में अब तक हुई पांच टेस्ट सीरीज में से तीन को टीम इंडिया अपने नाम करने में सफल रही है, जबकि इंग्लैंड को एक ही सीरीज में जीत मिली है। एक सीरीज ड्रॉ रही है।

2001-02 में भारत ने किया जीत से आगाज : 21वीं सदी में भारत में दोनों देशों के बीच पहली टेस्ट सीरीज 2001-02 में खेली गई थी। तीन टेस्ट की इस सीरीज को भारत ने 1-0 से जीता था। मौजूदा बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली उस समय भारतीय टीम के कप्तान थे, जबकि इंग्लैंड की कमान नासिर हुसैन के हाथों में थी। यह संयोग ही है कि नासिर हुसैन के जन्म स्थान चेन्नई में ही मौजूदा सीरीज के शुरुआती दो टेस्ट मैच खेले जाएंगे। गांगुली की कप्तानी में भारत ने मोहाली में पहले टेस्ट को 10 विकेट से जीतकर 1-0 की बढ़त बना ली थी। दूसरा टेस्ट अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में खेला गया था, जहां मौजूदा सीरीज के अंतिम दो टेस्ट खेले जाएंगे, जिसमें तीसरा डे-नाइट टेस्ट भी शामिल है। वहीं, तब तीसरा टेस्ट बेंगलुरु में हुआ था। तब दूसरे और तीसरे टेस्ट ड्रॉ रहे थे।

2005-06 में ड्रॉ रही सीरीज : भारत में दोनों देशों के बीच इस सदी की दूसरी टेस्ट सीरीज 2005-06 में हुई, जो 1-1 से ड्रॉ रही। भारत के कप्तान राहुल द्रविड़ थे, जबकि इंग्लैंड के कप्तान एंड्रयू फ्लिंटॉफ थे। इस सीरीज का नागपुर मंे खेला गया पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था। इस टेस्ट में इंग्लैंड के लिए इयान ब्लैकवेल, एलिस्टेयर कुक और मोंटी पनेसर ने पदार्पण किया था। कुक ने तो पदार्पण टेस्ट में ही शतक जड़ा था। वहीं भारत की ओर से एस श्रीसंत ने टेस्ट पदार्पण किया था। मोहाली में हुए दूसरे टेस्ट को भारत ने नौ विकेट से जीता था, जबकि मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में हुए तीसरे टेस्ट को 212 रन से जीतकर इंग्लैंड ने सीरीज ड्रॉ कराई थी।

2008-09 में जीती धौनी की टीम : इंग्लैंड की टीम केविन पीटरसन की कप्तानी में 2008-09 में दो टेस्ट की सीरीज खेलने भारत आई। इस सीरीज को भारत ने महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में 1-0 से जीता। इस सीरीज के दोनों टेस्ट मैच अहमदाबाद और मुंबई में होने थे, लेकिन 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले की वजह से इनके स्थलों को बदलकर चेन्नई और मोहाली कर दिया गया। चेन्नई मंे हुआ पहला टेस्ट भारत ने छह विकेट से जीता, जबकि मोहाली में हुआ दूसरा टेस्ट ड्रॉ रहा।

2012-13 में हारी धौनी की टीम : एलिस्टेयर कुक की कप्तानी में इंग्लैंड की टीम 2012-13 में चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने भारत आई। इस बार भारत की कमान एक बार फिर धौनी के हाथों मंे थी। इस बार चेतेश्वर पुजारा के दोहरे शतक की मदद से भारत ने अहमदाबाद में नौ विकेट की जीत के साथ सीरीज का आगाज किया, लेकिन मुंबई और कोलकाता में हुए अगले दो टेस्ट को इंग्लैंड ने क्रमश: 10 व सात विकेट से जीतकर सीरीज में 2-1 की बढ़त ले ली। नागपुर में हुआ चौथा टेस्ट ड्रॉ रहा, जिससे सीरीज इंग्लैंड के नाम हो गई।

2016-17 में छाये रहे कोहली : कुक की कप्तानी में 2016-17 में लगातार दूसरी बार इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आई। इस बार पांच टेस्ट की सीरीज थी। भारतीय टीम की कमान विराट कोहली के हाथों में थी। यह सीरीज कोहली के लिए कप्तान और बल्लेबाज दोनों रूप में शानदार रही थी। भारत ने इसे 4-0 से जीता, जबकि कोहली ने सीरीज में सबसे ज्यादा 655 रन बनाए और मैन ऑफ द सीरीज रहे। रविचंद्रन अश्विन ने सीरीज में सबसे ज्यादा 28 विकेट लिए। राजकोट में हुआ पहला टेस्ट ड्रॉ रहने के बाद भारत ने विशाखापत्तनम (246 रन), मोहाली (आठ विकेट), मुंबई (पारी व 36 रन) और चेन्नई (पारी व 75 रन) में हुए अगले चारों टेस्ट मैच जीते। 

नंबर गेम :

--33 टेस्ट सीरीज हुई हैं अब तक भारत और इंग्लैंड के बीच। इनमें से 19 इंग्लैंड ने और 10 भारत ने जीती हैं, जबकि चार ड्रॉ रही हैं। 

--122 टेस्ट मैच हुए हैं भारत और इंग्लैंड के बीच अब तक। इनमें इंग्लैंड ने 47 इंग्लैंड ने और 26 भारत ने जीते हैं। 49 टेस्ट मैच ड्रॉ रहे हैं।

--15 टेस्ट सीरीज इंग्लैंड ने भारत में खेली हैं। इनमें से भारत ने सात और इंग्लैंड ने पांच जीती हैं। तीन सीरीज ड्रॉ रही हैं। 

--60 टेस्ट मैच इंग्लैंड ने भारतीय सरजमीं पर खेले हैं, जिनमें से भारत ने 19 और इंग्लैंड ने 13 जीते हैं। 28 टेस्ट मैच ड्रॉ रहे हैं। 

इंग्लैंड की भारत में टेस्ट सीरीज

साल, टेस्ट, सीरीज का परिणाम

1933-34, 3, इंग्लैंड 2-0 विजयी

1951-52, 5, 1-1 से ड्रॉ

1961-62, 5, भारत 2-0 से विजयी

1963-64, 5, 0-0 से ड्रॉ

1972-73, 5, भारत 2-1 से विजयी

1976-77, 5, इंग्लैंड 3-1 से विजयी

1979-80, 1, इंग्लैंड 1-0 से विजयी

1981-82, 6, भारत 1-0 से विजयी

1984-85, 5, इंग्लैंड 2-1 से विजयी

1992-93, 3, भारत 3-0 से विजयी

2001-02, 3, भारत 1-0 से विजयी

2005-06, 3, 1-1 से ड्रॉ

2008-09, 2, भारत 1-0 से विजयी

2012-13, 4, इंग्लैंड 2-1 से विजयी

2016-17, 5, भारत 4-0 से विजयी


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