Ind vs Ban: दमघोंटू वायु प्रदूषण के बीच भारत की नजर बाग्लादेश के खिलाफ जीत पर
Ind vs Ban अगर प्रदूषण को छोड़ दें तो दोनों ही टीमों के लिए यह मैच जीतना उनकी सांसों के लिए ऑक्सीजन का ही काम करेगा।
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। बात 23 जुलाई 2016 की है। बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में विश्व कप के बेहद अहम मुकाबले में भारत और बांग्लादेश की टीमें आमने-सामने थीं। मैच की आखिरी गेंद पर दोनों टीमों के साथ अंपायरों और दर्शकों की भी सांसें रुकी हुई थीं क्योंकि बांग्लादेश को भारत के खिलाफ पहला टी-20 जीतने के लिए सिर्फ दो रन की जरूरत थी। तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने आखिरी बॉल फेंकने से पहले ही एक विकेटकीपिंग दस्ताना उतार दिया जिससे वह गेंद को आसानी से विकेट पर थ्रो कर सकें। उन्होंने ऐसा किया भी और बल्लेबाजी छोर की तरफ दौड़ रहे मुस्तफिजुर रहमान को रनआउट करके भारत को एक रन से जीत दिला दी।
उस मुकाबले के बाद रविवार को भारत में इस फॉर्मेट में पहली बार यही दोनों टीमें आमने-सामने होंगी। इस बार मैच शुरू होने से पहले ही दोनों टीमों के सदस्यों, अंपायरों, कमेंटेटरों और मैदानकर्मियों के साथ स्टेडियम में बैठे हजारों दर्शकों की सांसें ऊपर-नीचे हो रही होंगी और इसकी वजह रोमांच नहीं बल्कि अरुण जेटली स्टेडियम के ऊपर मंडरा रहा प्रदूषण होगा।
किसकी सांसें देंगी साथ : अगर प्रदूषण को छोड़ दें तो दोनों ही टीमों के लिए यह मैच जीतना उनकी सांसों के लिए ऑक्सीजन का ही काम करेगा। जहां विराट कोहली की अनुपस्थिति में कप्तानी कर रहे रोहित शर्मा हर कीमत पर इस मैच के साथ तीन मुकाबलों की सीरीज जीतकर खुद को कप्तान के तौर पर साबित करना चाहेंगे तो वहीं सटोरिये से संबंध के कारण दो साल का प्रतिबंध झेल रहे कप्तान शाकिब अल हसन के हटने के बाद नए कप्तान महमूदुल्लाह के ऊपर अपनी टीम को सकारात्मक मोड़ पर लाने का दबाव है। इन दोनों में जिसकी सांसें आखिरी तक उसका साथ देंगी वही आगे बढ़ेगा।
भारत है मजबूत : भारत ने इन दोनों टीमों के बीच अब तक खेले गए सभी आठ टी-20 मैचों में जीत दर्ज की है। ऐसे में शाकिब पर प्रतिबंध के कारण भारत को ज्यादा दिक्कत नहीं आनी चाहिए। रोहित के साथ शिखर धवन पारी का आगाज करने उतरेंगे। टीम के पास मध्य क्रम में प्रयोग करने का अच्छा मौका होगा। तीसरे नंबर पर संजू सैमसन या केएल राहुल में से किसी को मौका मिल सकता है। अगर विराट कप्तान होते तो राहुल का खेलना तय होता लेकिन रोहित कप्तान हैं ऐसे में संजू को मौका मिल सकता है। श्रेयस अय्यर को भी मौका मिलना लगभग तय है।
पंत और दुबे के पास मौका : मध्यक्रम में रिषभ पंत पर सभी की निगाहें रहेंगी, जो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में नहीं खेले थे। पंत यह जानते हैं कि उन्हें विकेट के आगे और विकेट के पीछे दोनों भूमिकाओं में उम्मीदों पर खरा उतरना होगा क्योंकि दूसरे विकेटकीपर सैमसन विकल्प के तौर पर टीम में मौजूद हैं। हार्दिक पांड्या और रवींद्र जडेजा की अनुपस्थिति में ऑलराउंडर शिवम दुबे के पास खुद को साबित करने का यह बेहतरीन मौका है। दायें हाथ के मध्यम गति के गेंदबाज और बायें हाथ के बल्लेबाज दुबे की बिग हिटर बनने की क्षमता की भी यह परीक्षा होगी। उन्हें और क्रुणाल पांड्या को अंतिम एकादश में शामिल किया जा सकता है क्योंकि इससे गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों ही मजबूत होगी।
गेंदबाजी में काफी विकल्प : वाशिंगटन सुंदर, युजवेंद्रा सिंह चहल, राहुल चाहर, दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर और खलील अहमद में से किन्हीं चार को मौका मिल सकता है। स्पिन विभाग में युजवेंद्रा चहल की फिर से वापसी हुई है। राहुल चाहर के रूप में टीम में एक अन्य लेग स्पिनर है। चहल वनडे विश्व कप के बाद से टीम से बाहर थे और अब वह अपनी जगह मजबूत करने पर ध्यान देंगे। कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि वह रविवार को मैच से पहले पिच देखकर अंतिम एकादश पर निर्णय लेंगे।
दबाव में बांग्लादेश : शाकिब और तमीम इकबाल की अनुपस्थिति में बांग्लादेश की बल्लेबाजी कमजोर हो गई है। ऐसे में महमूदुल्लाह, लिटन दास, मुश्फिकुर रहीम और सौम्य सरकार जैसे अनुभवी बल्लेबाजों की भूमिका महत्वपूर्ण बन जाती है। गेंदबाजी में उसकी निगाह मुस्तफिजुर रहमान पर टिकी रहेगी। बांग्लादेश के अंतिम एकादश के बारे में कुछ भी अनुमान लगाना मुश्किल है। श्रीलंका के खिलाफ एक के बाद एक पचासे लगाने वाले मुहम्मद नईम को मध्यक्रम में जगह मिल सकती है।
दोनों टीमें :
भारत : रोहित शर्मा (कप्तान), शिखर धवन, लोकेश राहुल, संजू सैमसन, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, रिषभ पंत (विकेटकीपर), वॉशिंगटन सुंदर, क्रुणाल पांड्या, युजवेंद्रा सिंह चहल, राहुल चाहर, दीपक चाहर, खलील अहमद, शिवम दुबे, शार्दुल ठाकुर।
बांग्लादेश : महमूदुल्लाह (कप्तान), मुहम्मद नईम, अफिफ हुसैन, मुसद्दक हुसैन, अनिमुल इस्लाम, लिटन दास, मुश्फिकुर रहीम, अराफत सनी, अल अमिन हुसैन, मुस्तफिजुर रहमान, शैफुल इस्लाम, अबु हैदर, मुहम्मद मिथुन, ताइजुल इस्लाम।