Move to Jagran APP

इस तरह से भारतीय टीम ने द. अफ्रीका में रचा इतिहास, पोर्ट एलिजाबेथ में भी बदला रिकॉर्ड

यह भारत की पोर्ट एलिजाबेथ में पहली वनडे जीत है, जबकि दक्षिण अफ्रीका में उसकी पहली सीरीज जीत है।

By Pradeep SehgalEdited By: Published: Wed, 14 Feb 2018 10:55 AM (IST)Updated: Wed, 14 Feb 2018 02:28 PM (IST)
इस तरह से भारतीय टीम ने द. अफ्रीका में रचा इतिहास, पोर्ट एलिजाबेथ में भी बदला रिकॉर्ड
इस तरह से भारतीय टीम ने द. अफ्रीका में रचा इतिहास, पोर्ट एलिजाबेथ में भी बदला रिकॉर्ड

नई दिल्ली, जेएनएन। सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा की शतकीय पारी और उसके बाद कलाई के स्पिनरों के कोलाहल की बदौलत भारत ने मंगलवार को पोर्ट एलिजाबेथ में सीरीज के पांचवें वनडे को 73 रन से अपने नाम किया। इस जीत के साथ भारत ने छह मैचों की सीरीज में 4-1 की अजेय बढ़त हासिल करते हुए सीरीज पर कब्जा जमाया। यह भारत की पोर्ट एलिजाबेथ में पहली वनडे जीत है, जबकि दक्षिण अफ्रीका में उसकी पहली सीरीज जीत है। इसके साथ ही भारत ने आइसीसी वनडे रैंकिंग में भी शीर्ष स्थान हासिल कर लिया। सीरीज का अंतिम मुकाबला 16 फरवरी को सेंचुरियन में खेला जाएगा।

loksabha election banner

रोहित की सही समय पर फॉर्म में वापसी हुई और उन्होंने 126 गेंदों पर 11 चौकों और चार छक्कों की मदद से 115 रन की शतकीय पारी खेली। इसके चलते भारत ने 50 ओवर में सात विकेट पर 274 रन बनाए, जो इस मैदान पर भारत का सर्वाधिक स्कोर है। भारत ने पहली बार पोर्ट एलिजाबेथ में 200 रन का आंकड़ा छुआ। इससे पहले यहां भारत का सर्वाधिक स्कोर नौ विकेट पर 179 रन था। भारतीय टीम रन के स्कोर की ओर बढ़ रही थी, लेकिन लुंगी नगीदी (4/51) ने दक्षिण अफ्रीका को शानदार वापसी कराई। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम 42.2 ओवर में 201 रन पर सिमट गई। भारत की ओर से कुलदीप यादव (4/57) सबसे सफल गेंदबाज रहे।

गफलत में रनआउट

शिखर धवन और रोहित शर्मा ने टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। अच्छी लय में नजर आ रहे धवन आठवें ओवर में रबादा के शिकार बने। यहां से रोहित और कप्तान विराट कोहली ने शुरू में धीरे-धीरे रन जुटाए, लेकिन उसके बाद उनकी साझेदारी ने रफ्तार पकड़ी। इस दौरान रोहित ने लुंगी नगीदी, जेपी डुमिनी और तबरेज शम्सी पर एक-एक छक्का जड़ा। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 109 गेंदों पर 105 रन जोड़े। यह साझेदारी 26वें ओवर में कोहली के रनआउट होने से टूटी। मोर्केल की गेंद को रोहित ने प्वाइंट पर खेला और कोहली रन के लिए दौड़ पड़े। रोहित ने उन्हें मना किया, लेकिन कोहली के नॉन स्ट्राइक सिरे पर पहुंचने से पहले ही डुमिनी के थ्रो ने उन्हें पवेलियन भेज दिया। रोहित के साथ गफलत में पड़कर नए बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे भी रनआउट हो गए।

पांड्या ने दिए दोहरे झटके 

लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम को हाशिम अमला (71) और एडेन मार्करम (32) की सलामी जोड़ी ने 52 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलाई। दसवें ओवर में जसप्रीत बुमराह की गेंद पर दक्षिण अफ्रीकी कप्तान मार्करम कोहली को मिडऑफ पर कैच दे बैठे। मार्करम को इससे पहले छठे ओवर में भी जीवनदान मिला था, जब रहाणो ने एक्स्ट्रा कवर पर उनका कैच गिरा दिया था। कोहली ने 11वें ओवर में गेंद पांड्या को सौंपी और उन्होंने अपनी पांचवीं ही गेंद पर जेपी डुमिनी (01) को स्लिप में रोहित के हाथों कैच करा दिया। पांड्या ने अगले ओवर में खतरनाक एबी डिविलियर्स (06) को धौनी के हाथों कैच कराकर 13वें ओवर में स्कोर तीन विकेट पर 65 रन कर दिया।

यह भी पढ़े: सीरीज़ जीत के साथ ही बनें ढेरों रिकार्ड्स, कोहली ने सर विवियन रिचर्ड्स को भी छोड़ा पीछे

कुलदीप ने दिए झटके 

यहां से अमला ने दो बेहतरीन साझेदारियां कर भारतीय खेमे में हलचल पैदा की। भारत के लिए राहत की बात यह रही कि इस दौरान उसके गेंदबाजों पांड्या, कुलदीप और चहल ने रन गति पर अंकुश लगाए रखा। अमला ने पहले डेविड मिलर (36) के साथ करीब 14 ओवर में 62 रन जोड़े और फिर पिछले मैच के हीरो हेनरिक क्लासेन (39) के साथ करीब आठ ओवर में 39 रन की साझेदारी की। मिलर को चहल ने बोल्ड किया, जबकि अमला पांड्या के सीधे थ्रो पर रनआउट हुए। इसके बाद कुलदीप हावी हो गए और उन्होंने एक के बाद एक चार विकेट झटक डाले। उन्होंने 42वें ओवर में कैगिसो रबादा (03), क्लासेन और तबरेज शम्सी (00) को पवेलियन भेजा। अगले ओवर में चहल ने मोर्नी मोर्केल (01) को एलबीडब्ल्यू आउट कर भारत को जीत दिलाई।

इस तरह टीम इंडिया ने रचा इतिहास

डरबन में खेले गए इस सीरीज़ के पहले मुकाबले को भारत ने 6 विकेट से अपने नाम किया था। इस मैच में कोहली ने 112 रन की शानदार पारी खेली थी। दूसरे मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले गेंदबाज़ी करते हुए द. अफ्रीकी टीम को सिर्फ 118 रन पर ढेर कर दिया था और इस मैच को 9 विकेट से जीत लिया था। केपटाउन में खेले गए तीसरे मैच में भारतीय टीम ने कोहली के नाबाद 160 रन की बदौलत 303 रन का स्कोर बनाया और इसके जबाव में द. अफ्रीकी टीम चहल और कुलदीप की फिरकी में फंसकर 179 रन पर ढेर हो गई। इस मुकाबले में भारत ने 124 रन से जीत दर्ज़़ की थी। इसके बाद चौथे मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 289 रन बनाए। बारिश से प्रभावित इस मैच में प्रोटियाज को 28 ओवर में 202 रन का लक्ष्य मिला जिसे द. अफ्रीकी टीम ने चेज कर इस सीरीज़ में अपनी जीत का खाता खोल लिया। जोहानिसबर्ग में खेले गए चौथे मैच में द. अफ्रीकी टीम गुलाबी जर्सी में उतरी थी। इस मैच को जीतकर उसने गुलाबी जर्सी में अपने कभी न हारने के रिकॉर्ड को भी कायम रखा था। सीरीज़ का स्कोर 4-1 होने के बाद पोर्ट एलिजाबेथ में भारतीय टीम इतिहास रचने के इरादे से उतरी और इस मैच को 73 रन से जीतकर न सिर्फ पोर्ट एलिजाबेथ में पहली वनडे जीत दर्ज की  बल्कि इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका में अपनी पहली वनडे सीरीज भी जीत ली।

क्रिकेट की खबरों के लिए यहां क्लिक करें

अन्य खेलों की खबरों के लिए यहां क्लिक करें 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.