टी-20 विश्व कप के लिए अंपायरों को हेलमेट देगी आइसीसी
मैदानी अंपायरों की सुरक्षा को लेकर चिंतित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) भारत में होने वाले टी-20 विश्व कप में सभी अंपायरों को हेलमेट मुहैया कराएगी। यह फैसला पिछले दो महीनों में दो अंपायरों के मैदान में चोटिल होने के बाद अस्पताल में भर्ती करने के मद्देनजर लिया गया है।
मेलबर्न। मैदानी अंपायरों की सुरक्षा को लेकर चिंतित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) भारत में होने वाले टी-20 विश्व कप में सभी अंपायरों को हेलमेट मुहैया कराएगी। यह फैसला पिछले दो महीनों में दो अंपायरों के मैदान में चोटिल होने के बाद अस्पताल में भर्ती करने के मद्देनजर लिया गया है।
दिसंबर में ऑस्ट्रेलियाई अंपायर जॉन वार्ड को भारत में रणजी मैच के दौरान सिर में चोट लगने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था जबकि इंग्लिश अंपायर रिचर्ड केटलबरॉ को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 20 जनवरी को चौथे वन-डे में एरोन फिंच के शॉट पर चिन (घुटने के नीचे) में चोट लगी थी।
ऑस्ट्रेलियाई अंपायर गेरार्ड अबूड ने बिग बैश लीग में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हेलमेट पहनने का फैसला किया था। इसके बाद वार्ड ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अंतरराष्ट्रीय वनडे में हेलमेट पहना। केटलबरॉ के हवाले से न्यूजडॉटकॉमडॉटएयू ने कहा- पिछले तीन से चार वर्षों में खिलाडि़यों की फिटनेस और ताकत बढ़ी है और उनके बल्ले पहले की तुलना में काफी बेहतर है, इसलिए खिलाड़ी गेंद पर ज्यादा तेज प्रहार कर पाते हैं।
उन्होंने साथ ही कहा कि हमने पिछले कुछ समय में देखा है कि अंपायरों को चोट लगी, जो घातक साबित हो सकता है विशेषकर टी-20 और वन-डे में। बकौल केटलबरॉ- मुझे पता है कि टी-20 विश्व कप के लिए हम सभी को हेलमेट दिया जाएगा। हमे इसे पहनने की बंदिश नहीं होगी, यह हमारा फैसला होगा कि इसे पहने या नहीं। यह ऐसा मामला है, जिसे मैं बोर्ड में ले जाना चाहूंगा और विचार करूंगा।
केटलबरॉ का मानना है कि गेंदबाज और नॉन स्ट्राइक पर खड़ा बल्लेबाज भी खतरे की सीमा पर तैनात रहता है और अब यह समय पर ही निर्भर करेगा कि कोई खिलाड़ी गंभीर रूप से चोटिल होगा या नहीं। उन्होंने कहा- खिलाडि़यों के साथ-साथ हमारी सुरक्षा महत्वपूर्ण हैं। इसमे कोई संदेह नहीं कि नॉन स्ट्राइकर और गेंदबाज भी फॉलो थ्रू के दौरान खतरे के दायरे में रहता है।