ICC ने बड़े टूर्नामेंट के लिए बनाया नया नियम, BCCI समेत 3 क्रिकेट बोर्डों को लगा झटका
New Rule of ICC इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आइसीसी ने बड़े टूर्नामेंट के लिए एक नया नियम बनाया है जिसमें एक देश के 23 सदस्य टीम के साथ ट्रेवल कर पाएंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक नया नियम लागू करने पर विचार कर रही है। आइसीसी के इस नए नियम से सबसे ज्यादा नुकसान भारतीय टीम को होगा। आइसीसी वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्रॉफी और बड़े टूर्नामेंट में खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ की संख्या में कमी करने जा रही है। आइसीसी के नए नियमों पर गौर करें तो सिर्फ 23 सदस्य ही मल्टी नेशन टूर्नामेंट के लिए एक टीम के साथ होंगे, जिसमें खिलाड़ी भी शामिल हैं।
अभी तक आइसीसी ने वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट में एक देश को 25 सदस्यीय टीम भेजने की अनुमति सभी बोर्ड को देख रखी थी। इसमें टीम के 15 खिलाड़ी भी शामिल थे। 15 खिलाड़ियों के अलावा क्रिकेट बोर्ड सपोर्ट स्टाफ और अन्य अधिकारियों को टीम के साथ ट्रेवल करा सकता था, लेकिन अब आइसीसी सिर्फ 23 सदस्यों को टीम के साथ ट्रेवल करने पर विचार कर रही है। आइसीसी के इसी नियम से भारतीय टीम को बड़ा झटका लग सकता है, जिसमें करीब 30 सदस्य होते हैं।
भारत और इन दो देशों के लिए मुश्किल
भारत ही नहीं, बल्कि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड के भी तमाम अधिकारी, खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ के सदस्य ग्लोबल इवेंट के लिए ट्रेवल करते हैं। आइसीसी इवेंट्स के लिए इंग्लैंड स्क्वाड में 28 सदस्य होते हैं, जबकि मौजूदा भारतीय टीम की बात करें तो न्यूजीलैंड दौरे पर भारतीय टीम के खिलाडियों समेत 28 सदस्य कीवी सरजमीं पर टीम के साथ ट्रेवल करते हैं। इसमें 15 खिलाड़ी, 4 कोच, 2 थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट, एक ट्रेनर, एक फीजियो, दो मसाजर, एक मैनेजर, एक लोजिस्टिक मैनेजर औक एक मीडिया मैनेजर इसमें शामिल हैं।
बेंगलोर मिरर की रिपोर्ट की मानें तो साउथ अफ्रीका में खेले जा रहे आइसीसी अंडर 19 वर्ल्ड कप में आइसीसी ने ये नियम लागू किया हुआ है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में होने वाले ICC Women’s T20 World Cup में भी ये नियम लागू किया जा चुका है। सदस्यों की संख्या कम करने के पीछे आइसीसी का मानना है कि इससे लोजिस्टिक बोझ वैश्विक क्रिकेट संस्था पर कम पड़ेगा, जबकि खर्चे भी कम हो जाएंगे।
इस नियम के कारण भारतीय क्रिकेट टीम अब अपने साथ अतिरिक्त खिलाड़ियों को दौरे या फिर आइसीसी टूर्नामेंट के लिए नहीं ले जा सकेगी। बता दें कि साल 2015 के वर्ल्ड कप में भारतीय टीम एमएस धौनी की कप्तानी में अनाधिकारिक 16वें सदस्य के तौर पर धवल कुलकर्णी को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ले गई थी। वर्ल्ड कप 2019 के दौरान भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला था। हालांकि, रिषभ पंत को आइसीसी से हरी झंडी मिलने के बाद ही टीम में शामिल किया था।