आइसीसी को क्लब बनाम देश विवाद को सुलझाना चाहिए: क्लार्क
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा कि आईसीसी को क्लब बनाम देश विवाद को शीघ्र सुलझाना चाहिए, क्योंकि इसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया-वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज मजाक बन रही है।
सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा कि आईसीसी को क्लब बनाम देश विवाद को शीघ्र सुलझाना चाहिए, क्योंकि इसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया-वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज मजाक बन रही है।
क्लार्क ने कहा कि क्रिकेटर्स के लिए पैसे से लबरेज ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट की बजाए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट प्राथमिकता होनी चाहिए। टी-20 क्रिकेट के चलते कई दिग्गज क्रिकेटर्स अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए अनुपलब्ध रहते हैं। वैसे इन क्रिकेटर्स को टेस्ट को प्राथमिकता देनी चाहिए लेकिन उन्हें आईपीएल तथा बीबीएल जैसी लीग में खेलने का मौका भी मिलना चाहिए। इसके बीच संतुलन कैसे बनेगा यह आईसीसी को देखना होगा।
क्लार्क ने कहा- बिग बैश लीग में खेल रहे कई कैरेबियाई क्रिकेटर्स अभी वेस्टइंडीज टेस्ट टीम में शामिल नहीं है। यह बहुत निराशाजनक है कि उनके कई दिग्गज खिलाड़ी इस समय टेस्ट टीम में शामिल नहीं है। इस मामले को आईसीसी और वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआईसीबी) को मिलकर सुलझाना चाहिए।
प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में वेस्टइंडीज पिछले सप्ताह पहला टेस्ट तीन दिनों के अंदर पारी के अंतर से हार गया था। ऐसी उम्मीद कम ही है कि वेस्टइंडीज मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट में अपने प्रदर्शन को सुधार पाएगा। एकतरफा जीत की उम्मीद के चलते फैंस भी स्टेडियम में नहीं पहुंच रहे है। इस बार बॉक्सिंग डे टेस्ट में पिछले 16 वर्षों में सबसे कम उपस्थिति रहने का अनुमान है।
कैरेबियाई क्रिकेट में पैसों की तंगी के चलते वेस्टइंडीज के क्रिकेटर्स दुनियाभर में पैसों से लबरेज ट्वेंटी-20 लीग में हिस्सा ले रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में इंडीज टीम क्रिस गेल, ड्वेन ब्रावो और डैरेन सैमी के बगैर खेल रही है। ये तीनों दिग्गज इस समय बीबीएल में विभिन्न टीमों की तरफ से खेल रहे हैं। इनके अलावा आंद्रे रसेल, सैमुअल बद्री और लेंडल सिमंस भी इस वक्त बीबीएल में खेल रहे हैं।
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