टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए ICC ने बनाया नया नियम, मैच टाई या ड्रॉ होने पर होगा ये..
टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच टाई या ड्रॉ रहने की स्थिति में आईसीसी ने एक नया नियम बनाया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। ICC test championship: आईसीसी टेस्ट चैंपियन शिप की शुरुआत एक अगस्त से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच शुरू होने वाली एशेज सीरीज के साथ होगी। अब टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच टाई या फिर ड्रॉ रहता है तो इस परिस्थिति में क्या होगा इसे जानने की उस्तुकता सभी क्रिकेट फैंस में है। वनडे विश्व कप 2019 के फाइनल में जो हुआ था उसे देखते हुए आईसीसी ने टेस्ट चैंपियनशिप के लिए नया नियम बनाया है। इस नियम के मुताबिक अगर टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच टाई या फिर ड्रॉ रहता है तो दोनों टीमों को संयुक्त तौर पर विजेता घोषित किया जाएगा। वहीं फाइनल मुकाबले के लिए रिजर्व डे भी रखा गया है, लेकिन इसका इस्तेमाल तभी किया जाएगा जब फाइनल मैच के पांच दिनों के दौरान खेल में किसी तरह का कोई नुकसान होगा।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का सर्कल दो वर्षों तक चलेगा और इसे दुनिया की टॉप नौ टीमों के बीच खेला जाएगा। इस अवधि के दौरान 27 टेस्ट सीरीज खेली जाएंगी जिसमें हर टीम को तीन विदेशी और तीन घरेलू सीरीज खेलनी होगी। ये चैंपियनशिप 31 मार्च 20121 तक चलेगी और इस दौरान जो दो टीमें अंक तालिका में टॉप पर होगी उनके बीच फाइनल मैच खेला जाएगा। ये फाइनल मुकाबला 10 से 14 जून तक वर्ष 2021 में लॉर्ड्स के एतिहासिक मैदान पर खेला जाएगा।
आईसीसी के मुताबिक टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान हर मैच के कुच 120 अंक होंगे। ये अंक मैच में हार जीत के आधार पर दिए जाएंगे। अंकों का बंटवारा सीरीज की लंबाई पर होगा। जैसे कि अगर दो मैचों की टेस्ट सीरीज है तो जीतने वाली टीम को 60 अंक मिलेंगे। वहीं मैच टाई होता है तो दोनों टीमों को 30-30 अंक दिए जाएंगे। ड्रॉ होने की स्थिति में दोनों टीमों को 20-20 अंक दिए जाएंगे। वहीं अगर टेस्ट सीरीज 3 मैचों की है तो हर मैच 40 अंक का हो जाएगा। जिसमें जीतने वाली टीम को 40 अंक, मैच टाई होने पर 20-20 अंक और ड्रॉ होने पर 13.3 अंक मिलगें। पांच मैचों की सीरीज में प्रत्येक मैच 24 अंक का हो जाएगा। जिसमें जीतने वाली टीम को 24 अंक मिलेंगे। मैच टाई होने पर 12-12 अंक और मैच ड्रॉ होने पर 8-8 अंक दोनों टीमों को दिए जाएंगे।
इस टेस्ट चैंपियनशिप में ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और वेस्टइंडीज की टीमें भाग लेंगी। ये सभी टीमें दो वर्षों में छह-छह टेस्ट सीरीज खेलेंगे। जिसमें तीन होम सीरीज और तीन अवे सीरीज होंगी। भारतीय टीम की बात करें तो इस टीम को दो वर्ष में कुल 18 टेस्ट मैच खेलने हैं। इस दौरान टीम इंडिया पाकिस्तान व श्रीलंका के खिलाफ कोई भी टेस्ट सीरीज नहीं खेलेगी। भारत और वेस्टइंडीज के बीच 23 अगस्त से खेली जाने वाली 2 टेस्ट मैचों की सीरीज टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा होगी। दो साल में बांग्लादेश, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका की टीम टेस्ट सीरीज खेलने भारत दौरे पर आएगी। वहीं भारतीय टीम न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाएगी। दक्षिण अफ्रीका की टीम अक्टूबर 2019 में भारत दौरा करेगी और इस दौरान 3 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। उसके बाद बांग्लादेश की टीम इसी साल नवंबर में दो टेस्ट मैच खेलने भारत आएगी। भारतीय टीम फरवरी 2020 में 2 टेस्ट मैच की सीरीज खेलने न्यूजीलैंड जाएगी। इसके बाद नवंबर 2020 में भारतीय टीम चार टेस्ट मैच की सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाएगी।
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