आइसीसी ने विश्व कप 2023 के लिए तैयार की नई संरचना
इस विश्व कप में 10 टीमें भाग लेंगी, लेकिन इसके लिए क्वालीफाई करने के लिए 32 टीमें संघर्ष करेंगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) ने सिंगापुर में एक सप्ताह तक चली बैठक के बाद पुरुषों के 50 ओवर के क्रिकेट विश्व कप टूर्नामेंट के क्वालीफिकेशन के नए तरीके को सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी है। 2023 विश्व कप का आयोजन भारत में नौ फरवरी से 26 मार्च के दौरान होगा।
इस विश्व कप में 10 टीमें भाग लेंगी, लेकिन इसके लिए क्वालीफाई करने के लिए 32 टीमें संघर्ष करेंगी। 2019 से पुरुष क्रिकेट विश्व कप 2023 के लिए 50 ओवर की लीग आधारित क्वालीफिकेशन संरचना पेश की जाएगी। इसके तहत 2023 में भारत में होने विश्व कप से पहले के दो-तीन साल की क्वालीफिकेशन अवधि में खेले गए 372 मैचों पर नजर रखी जाएगी।
सबसे छोटे प्रारूप के जरिये वैश्विक स्तर पर खेल को बढ़ावा देने के लिए बोर्ड पुरुष और महिला दोनों टीमों को विश्व टी-20 के क्वालीफिकेशन के तरीके के मानदंडों में ढील देने पर सहमत हो गया है। इस तरीके में प्रवेश करने के लिए सदस्यों को अब सिर्फ आठ अलग-अलग घरेलू टीमों की जरूरत है, जो पिछले दो वर्षो में कम से कम पांच मैच खेलती हों। यह पिछले 10 मैचों के विपरीत है। साथ ही प्रत्येक सदस्य को भाग लेने के लिए प्रवेश शुल्क समाप्त कर दिया गया है।
सभी सदस्यों के साथ बातचीत के बाद बहु दिवसीय क्रिकेट को लेकर आइसीसी इस बात पर सहमत हो गई है कि अब वह विश्व क्रिकेट लीग चैंपियनशिप और इंडिपेंडेंट कप में भाग ले चुके सदस्यों की दिलचस्पी को देखेगी, जो कि बहु दिवसीय क्रिकेट खेलने की इच्छा रखते हैं। इसे देखते हुए बराबर खर्च बांटने की संरचना के आधार पर एक बहु दिवसीय प्रतियोगता के आयोजन का प्रस्ताव दिया जाएगा, ताकि सदस्यों को लंबे प्रारूप में क्रिकेट खेलने का विकल्प दिया जा सके।
आइसीसी के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा, ‘आज तक विश्व क्रिकेट लीग ने एसोसिएट देशों के क्रिकेट का स्तर सुधारने में अहम भूमिका निभाई है। लेकिन, हमारे सदस्यों से मिले फीडबैक के बाद यह साफ हुआ है कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा क्रिकेट खेलने का मौका चाहिए। यह नई संरचना मैचों की संख्या बढ़ाएगी और हमारे सदस्य देशों के लिए प्रतियोगी क्रिकेट खेलने के मौके को भी बढ़ाएगी। साथ ही क्वालीफिकेशन प्रक्रिया छोटी होकर ढाई साल की हो जाएगी, जो पहले छह साल की थी। अब पुरुष विश्व कप खेलने की इच्छा रखने वाली टीमों के लिए एक साफ और सीधा रास्ता है।’