पुणे की पिच फिक्सिंग में हुआ श्रीलंका जैसा कारनामा, जांच में जुटी ICC की टीम
आइसीसी की टीम मामले की अलग से जांच कर रही है।
नई दिल्ली, जेएनएन। आइसीसी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) की जांच टीम के समन्वयक स्टीव रिचर्डसन बीसीसीआइ से बेदखल किए गए क्यूरेटर पांडुरंग सलगांवकर द्वारा की गई कथित पिच फिक्सिंग की जांच के लिए गुरुवार को पुणे पहुंच गए।
एक स्टिंग ऑपरेशन में महाराष्ट्र के पूर्व तेज गेंदबाज सलगांवकर को बुकी बनकर आए एक टीवी चैनल के दो रिपोर्टरों से बातचीत करते हुए दिखाया गया था, जिसमें वह पिच से छेड़छाड़ करने की बात पर तैयार हो जाते हैं।
बीसीसीआइ के एक शीर्ष अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, 'आइसीसी के शीर्ष एसीयू अधिकारी स्टीव रिचर्डसन गुरुवार को पुणे पहुंच गए। रिचर्डसन के साथ बीर सिंह (भारत-न्यूजीलैंड सीरीज के लिए नियुक्त आइसीसी एसीयू अधिकारी) इस जांच को पूरा करेंगे। वह सलगांवकर से पहले ही बात कर चुके हैं और उन दोनों टीवी रिपोर्टरों से भी बात करेंगे, जिन्होंने स्टिंग किया था।'
यह पूछे जाने पर कि क्या इस दौरान कोई पूछताछ भी की गई, तो बीसीसीआइ अधिकारी ने कहा, 'नहीं, यह सिर्फ साधारण सवाल थे, पूछताछ इसके लिए कड़ा शब्द होगा। बीसीसीआइ ने उन्हें हटा दिया है और राज्य संघ की ओर से पूछताछ विचाराधीन है।'
उन्होंने आगे कहा, 'इस समय उन्हें अपराधी नहीं कहा जा सकता है। एक बार जब रिचर्डसन अपनी रिपोर्ट दाखिल कर देंगे, उसके बाद ही आइसीसी कोई फैसला सुनाएगी।' यह मामला गॉल के क्यूरेटर जयानंदा वर्नावीरा की तरह का ही है, जिन्हें आइसीसी की भ्रष्टाचार रोधी संहिता तोड़ने के लिए तीन साल के लिए निलंबित कर दिया गया था।
अधिकारी ने बताया कि भविष्य में इस तरह के मामलों को रोकने के लिए आइसीसी पिच क्यूरेटरों को भ्रष्टाचार रोधी शिक्षण मॉडल के तहत लाने की कोशिश कर रही है।