मैंने अपना गुरु और प्रिय मित्र खो दिया: कपिल
चंडीगढ़। द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित अपने गुरु देश प्रेम आजाद के निधन पर पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने दुख जताया है।
चंडीगढ़। द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित अपने गुरु देश प्रेम आजाद के निधन पर पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने दुख जताया है।
देश प्रेम आजाद के अंतिम संस्कार के बाद पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने अपनी भावनाओं को काबू पाते हुए कहा कि वह मेरे गुरु थे। मैंने अपना गुरु को खो दिया है। इतना ही नहीं वह मेरे अच्छे दोस्त भी थे। क्रिकेटर के तौर पर इतना कुछ हांसिल करने पर मैं उनका बहुत ही ऋणी हूं। मैं इस क्षति को शब्दों में बयां करना नहीं कर सकता। उन्होंने खेल के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दिया है।
कपिल देव के अलावा पूर्व क्रिकेटर चेतन शर्मा ने भी कोच के तौर पर देश प्रेम आजाद द्वारा उनके करियर को संवारने में किए गए योगदान को याद किया। शर्मा ने कहा कि मैं उनके पास तब आया जब मैं सात वर्ष का था। चेतन ने आजाद की उस सलाह को याद किया जब 27 साल पूर्व पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मैच में जावेद मिंयादाद ने जड़ दिया था।
शर्मा ने बताया कि पाकिस्तान के साथ मैच खेलने के बाद मैंने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज खेली। आजाद सर उस वक्त दौरे पर मेरे साथ थे। मेरे दिमाग में छक्के की याद अभी भी ताजा थी, इसलिए इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में मुझे विकेट नहीं मिल रहे थे। तब आजाद सर ने कपिल पाजी से मुझे पवेलियन छोर के बजाए दूसरे छोर से गेंदबाजी करने को कहा, इसका मुझे फायदा मिला और मुझे पांच विकेट मिले। इस मौके पर पीसीए सचिव एमपी पांडोव, चंडीगढ़ लान टेनिस संघ के संरक्षक राजन कश्यप, पूर्व रेल मंत्री और स्थानीय सांसद पवन बंसल भी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि 20 जनवरी 1938 को अमृतसर में जन्में देश प्रेम आजाद की शुक्रवार को मोहाली के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। आजाद कार्डिक से पीड़ित थे। उनका आज अंतिम संस्कार किया गया।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर