...और जब भज्जी ने बढ़ा दी पंजाब की धड़कनें, सबके उड़े होश
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर मेजबान मुंबई इंडियंस और किंग्स इलेवन पंजाब की टीमें आमने-सामने थीं। दोनों ही टीमें प्रबल दावेदार नजर आ रही थीं लेकिन पंजाब की टीम ने मुंबई को उन्हीं के घर में 18 रन से मात देकर टूर्नामेंट में अपनी पहली जीत हासिल की जबकि मुंबई
नई दिल्ली, [शिवम् अवस्थी]। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर मेजबान मुंबई इंडियंस और किंग्स इलेवन पंजाब की टीमें आमने-सामने थीं। दोनों ही टीमें प्रबल दावेदार नजर आ रही थीं लेकिन पंजाब की टीम ने मुंबई को उन्हीं के घर में 18 रन से मात देकर टूर्नामेंट में अपनी पहली जीत हासिल की जबकि मुंबई को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा। वैसे, बेशक मुंबई को इस मैच में हार मिली लेकिन मैदान पर मुंबई के धुरंधर हरभजन सिंह ने अंत में ऐसी पारी खेली कि वहां मौजूद सभी फैंस हार की निराशा से निकलते हुए झूमने पर मजबूर हो गए।
भज्जी ने चौंकायाः
हरभजन सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी कई बार अपने बल्ले का दम दिखा चुके हैं। फिर चाहे वो कोई भी फॉर्मेट हो लेकिन रविवार रात को उन्होंने पंजाब के खिलाफ अलग ही जज्बा दिखाया। 178 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई की टीम 59 रन पर 6 विकेट गंवा चुकी थी। सभी ने मुंबई की जीत की उम्मीदें छोड़ दी थीं लेकिन फिर अचानक से मैदान पर भज्जी के बल्ले का तूफान आया। भज्जी ने आते ही धुआंधार अंदाज में खेलना शुरू किया और 19 गेंदों पर अर्धशतक ठोंक डाला। भज्जी यहीं नहीं रुके वो लगातार अच्छे शॉट्स लगाते रहे, नतीजतन सातवें विकेट के लिए जगदीश सुचिथ के साथ उन्होंने शतकीय साझेदारी को अंजाम दे डाला। दोनों के बीच महज 36 गेंदों में 100 रनों की साझेदारी हो गई। इसके बाद भज्जी आउट जरूर हो गए लेकिन जाने से पहले उन्होंने जमकर पंजाब की धड़कनें बढ़ाईं और वहां मौजूद हजारों फैंस का मनोरंजन किया। ये हैं उनकी पारी के आंकड़ेः
हरभजन सिंह बनाम किंग्स इलेवन पंजाब
रन- 64
गेंदें- 24
चौके- 5
छक्के- 6
स्ट्राइक रेट- 266.66
- सातवें विकेट के लिए सुचिथ के साथ रिकॉर्ड 100 रनों की धुआंधार साझेदारी
- अंतिम 6 ओवरों में मुंबई ने उनके दम पर रिकॉर्ड (आइपीएल) 99 रन बनाए
- भज्जी और सुचिथ की साझेदारी के दौरान मुंबई का रन रेट 16.2 का रहा, ये आइपीएल का रिकॉर्ड है
- मुंबई के लिए भज्जी ने सबसे तेज अर्धशतक जड़ने का रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले ये रिकॉर्ड पोलार्ड के नाम था।