रणजी चैंपियन विदर्भ के खिलाफ हनुमा विहारी ने लगाया शानदार शतक, रहाणे नहीं खेल पाए बड़ी पारी
विदर्भ के खिलाफ हनुमा विहारी ने शतक लगाया तो मयंक शतक से चूक गए। वहीं रहाणे सिर्फ 13 रन पर ही आउट हो गए।
नागपुर, प्रेट्र। सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल केवल पांच रन से शतक से चूक गए, लेकिन भारतीय टेस्ट टीम के उनके साथी हनुमा विहारी शतक जड़ने में सफल रहे। विहारी के इस शतक की बदौलत शेष भारत ने रणजी चैंपियन विदर्भ के खिलाफ ईरानी कप मैच के पहले दिन अपनी पहली पारी में 330 रन बनाए।
सीनियर बल्लेबाज वसीम जाफर फिटनेस टेस्ट में नाकाम रहने के कारण रिकॉर्ड 13वीं बार ईरानी कप में खेलने का मौका चूक गए। विदर्भ को बल्लेबाजी में उनकी कमी खलेगी क्योंकि जाफर ने इस सत्र में रणजी ट्रॉफी में बेहतरीन प्रदर्शन करके 11 मैचों में 1037 रन बनाए थे।
सभी की निगाहें भारतीय टेस्ट टीम के तीन सदस्यों शेष भारत के कप्तान अंजिक्य रहाणे, अग्रवाल और विहारी पर टिकी थीं। रहाणे के पास यहां अच्छा प्रदर्शन करके विश्व कप टीम में जगह बनाने के लिए अपना दावा पेश करने का मौका था, लेकिन वह केवल 13 रन ही बना पाए। अग्रवाल ने हालांकि 95 रन की आकर्षक पारी खेली, जबकि विहारी ने 114 रन बनाए जिससे शेष भारत बाकी बल्लेबाजों की नाकामी के बावजूद सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में सफल रहा। अग्रवाल और विहारी दोनों ही विश्व कप टीम में जगह बनाने के दावेदार नहीं हैं, लेकिन रहाणे रिजर्व ओपनर की दौड़ में बने हुए हैं।
रहाणे ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। पहला सत्र अग्रवाल के नाम रहा जिन्होंने उमेश यादव के बिना खेल रहे विदर्भ के आक्रमण पर अच्छा दबदबा बनाया। अग्रवाल के आउट होने के बाद विहारी ने बखूबी जिम्मेदारी संभाली। अनमोलप्रीत सिंह (15) के जल्दी आउट होने के बाद अग्रवाल और विहारी ने दूसरे विकेट के लिए 125 रन जोड़े। अग्रवाल ने अपनी पारी में 134 गेंदें खेली तथा 10 चौके और तीन छक्के लगाए। विदर्भ ने दूसरे सत्र में अच्छी वापसी की। उसने इस दौरान चार विकेट लिए। अग्रवाल यश ठाकुर की गेंद पर सही तरह से कवर ड्राइव नहीं कर पाए और आसान कैच दे बैठे। रहाणे ने आदित्य सरवटे की गेंद पर गली में कैच थमाया। श्रेयस अय्यर (19) भी नहीं चल पाए। उन्हें अक्षय कर्णीवार ने आउट किया। विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन (02) भी चाय के विश्राम से पहले पवेलियन लौट गए। विहारी ने एक छोर संभाले रखा, लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे। कृष्णप्पा गौतम (07) और धर्मेद्र सिंह जडेजा (06) भी विहारी का साथ देने में नाकाम रहे। राहुल चाहर (22) ने जरूर कुछ देर तक दूसरे छोर से भी विकेट संभाला।
इन दोनों ने आठवें विकेट के लिए 47 रन जोड़े। इस बीच, विहारी ने सरवटे की गेंद पर चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया। यह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका 16वां शतक है। इसके तुरंत बाद सरवटे की अतिरिक्त उछाल लेती गेंद विहारी के बल्ले का किनारा लेकर स्लिप में फैज फजल के सुरक्षित हाथों में चली गई। अपनी इस पारी में विहारी ने 211 गेंदें खेली तथा 11 चौके और दो छक्के जड़े। शेष भारत की तरफ से तीसरा सबसे बड़ा स्कोर 10वें नंबर के बल्लेबाज अंकित राजपूत (25) का रहा, जो दिन के अंतिम ओवर में आखिरी बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। विदर्भ की तरफ से अक्षय वाखरे और आदित्य सरवटे ने तीन-तीन विकेट चटकाए।