श्रीलंका क्रिकेट का अधिकारी गिरफ्तार तो रणतुंगा ने मांगी भारत से मदद
श्रीलंका क्रिकेट के सीएफओ की गिरफ्तारी एक कथित वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित है
नई दिल्ली, जेएनएन। वर्तमान में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों से लड़ रहे श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (सीएलसी) को एक और झटका लगा है। उसके मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) को वित्तीय धोखाधड़ी के आरोपों के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। यह जानकारी पुलिस ने दी। पुलिस प्रवक्ता रुवान गुणासेकरा ने कहा कि पुलिस महानिरीक्षक को सीएलसी की शिकायत मिलने के बाद पियाल नंदना को गिरफ्तार कर लिया गया।
इससे पहले सोमवार को ही पूर्व श्रीलंकाई कप्तान और देश के पेट्रोलियम मंत्री अजरुन रणतुंगा ने कहा था कि क्रिकेट में भ्रष्टाचार के व्यापक आरोपों की जांच में सीबीआइ तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान कर सकती है। रणतुंगा ने नई दिल्ली से लौटने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘मैच फिक्सिंग की कई भ्रष्ट गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के मामलों में भारत के पास विशेष ज्ञान है।
प्रधानमंत्री (श्रीलंकाई) और मैंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विशेष अनुरोध किया है। उन्होंने सहायता का वचन दिया है। हमारे पास इस समस्या से निपटने के लिए विशेषज्ञता या कानून नहीं है। भारत ने इससे जुड़ा कानूनी मसौदा बनाने में हमारी मदद करने का भी वादा किया है।
रणतुंगा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में श्रीलंका के मौजूदा गिरे हुए स्तर के लिए भ्रष्ट स्थानीय प्रशासन जिम्मेदार था। उन्होंने कहा, ‘खराब प्रदर्शन के लिए खिलाड़ियों को दोष देने का कोई मतलब नहीं है।’
श्रीलंका क्रिकेट के सीएफओ की गिरफ्तारी एक कथित वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित है, जिसका पिछले सितंबर में पता चला था। पुलिस के अपराध जांच विभाग को श्रीलंका के मौजूदा इंग्लैंड दौरे के प्रसारण अधिकारों से जुड़े 55 लाख डॉलर (करीब 40 करोड़ रुपये) को एक विदेश खाते में स्थानांतरित करने के कथित प्रयास के बारे में बताया गया।
सीएलसी ने सीएफओ नंदना का मुख्य संदिग्ध के रूप में उल्लेख किया, जिन्होंने दावा किया था कि उनके ईमेल खाते को हैक कर दिया गया था और धनराशि को विदेशी खाते में स्थानांतरित करने का अनुरोध भेजा गया था। उन्हें अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया गया। यह धनराशि इंग्लैंड दौरे के प्रसारण अधिकार के लिए सोनी पिक्चर्स नेटवर्क से आने वाले तीन भागों में से एक थी।