पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान क्लार्क ने तोड़ी चुप्पी, किए बड़े खुलासे
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने आज आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कई बड़े खुलासे किए। उन्होंने अपने संन्यास के ऐलान के बाद उठी आलोचनाओं का भी करारा जवाब दिया है। क्लार्क ने अपनी नई किताब 'एशेज डायरी 2015' के जरिए ये खुलासे किए हैं।
सिडनी। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने आज आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कई बड़े खुलासे किए। उन्होंने अपने संन्यास के ऐलान के बाद उठी आलोचनाओं का भी करारा जवाब दिया है। क्लार्क ने अपनी नई किताब 'एशेज डायरी 2015' के जरिए ये खुलासे किए हैं।
- सायमंड्स को आलोचनाओं का कोई हक नहींः
34 वर्षीय क्लार्क ने इस किताब के जरिए पूर्व दिग्गज खिलाड़ी एंड्रयू सायमंड्स और मैथ्यू हैडन को भी निशाना बनाया। क्लार्क के मुताबिक इन दोनों खिलाड़ियों ने अगस्त में सार्वजनिक तौर पर उनकी कप्तानी पर सवाल उठाए थे। इसके अलावा क्लार्क ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कोच जॉन बुकानन को भी आड़े हाथों लिया जिन्होंने क्लार्क के करियर पर गंभीर सवाल उठाते हुए ये तक कह डाला था कि 'मेरा कुत्ता जेरी भी ऐसी सफलताएं हासिल कर लेता'। क्लार्क ने किताब में लिखा, 'एंड्रयू सायमंड्स ने टीवी पर सबके सामने मेरी कप्तानी पर सवाल उठाए लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि वो कोई नहीं होता मेरी कप्तानी पर सवाल उठाने वाला। ये वही खिलाड़ी है जो शराब के नशे में अपने देश के लिए मैदान पर खेलने उतर गया था। उनको ऐसी आलोचनाओं का कोई हक नहीं है।' गौरतलब है कि शुरुआत में दोस्त रहने वाले ये दो खिलाड़ी क्लार्क को कप्तानी मिलने के बाद अलग-अलग रास्तों पर चलते नजर आए थे। फिर 2009 में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने इंग्लैंड दौरे पर शराब पीने के प्रतिबंध को तोड़ने का दोषी पाते हुए सायमंड्स का केंद्रीय अनुबंध रद कर दिया था।
- जब हेडन ने दी थी संन्यास की धमकीः
क्लार्क ने पूर्व दिग्गज बल्लेबाज मैथ्यू हेडन को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस बल्लेबाज ने हेल्मेट और पैड लगाकर बल्लेबाज के करीब फील्डिंग करने के फैसले का विरोध तक कर डाला था। क्लार्क के मुताबिक जब उस दौरान कप्तान पोंटिंग ने उनको हेल्मेट और पैड पहनकर बल्लेबाज के करीब फील्डिंग करने को कहा था तो हेडन ये यहां तक कह दिया था कि अगर उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया तो वो अपनी बैगी ग्रीन कैप वापस कर देंगे यानी संन्यास ले लेंगे। क्लार्क ने कहा, 'मेरा मानना है कि मैंने 12 सालों के अपने करियर में ये दिखा दिया कि मेरी 389 संख्या वाली बैगी ग्रीन कैप क्या मायने रखती थी। अगर रिकी (पोंटिंग) ने मुझे हार्बर ब्रिज से छलांग लगाने को भी कहा होता तो मैं वो भी कर देता। मैं ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलना इतना पसंद करता था।'
- बुकानन के 'कुत्ते' वाले बयान पर आक्रोशः
क्लार्क ने इसके अलावा पूर्व कोच जॉन बुकानन को भी अपनी किताब में घेरा है। क्लार्क ने बुकानन की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, 'मुझे नहीं लगता कि जॉन को बैगी ग्रीन कैप के बारे में कुछ भी पता है, क्योंकि उन्हें वो कभी पहनने का मौका तक नहीं दिया गया।' क्लार्क ने बुकानन के उस बयान को भी आड़े हाथों लिया जिसमें बुकानन ने ये कहा था कि उनका कुत्ता जैरी भी वो सफलताएं हासिल कर सकता था जो क्लार्क ने हासिल कीं। अगस्त में बुकानन ने क्लार्क की कप्तानी के दौरान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की परंपराओं पर ही सवाल उठा दिए थे। उन्होंने एक बयान में कहा था कि, 'स्टीव वॉ, एडम गिलक्रिस्ट, रिकी पोंटिंग जैसे खिलाड़ियों ने काफी मेहनत करके बैगी ग्रीन कैप परंपरा को खास बनाने का प्रयास किया था लेकिन मुझे आभास था कि क्लार्क की कप्तानी में ये परंपरा खतरे में आ गई थी। मुझे लगा ये परंपरा गायब सी हो गई थी, जिसने मुझे काफी निराश किया। कई बार मुझे ऐसा लगा कि माइकल को समझ नहीं आता है, या फिर वो समझना ही नहीं चाहता था।'