छठी बार एशिया कप का चैंपियन बना भारत, जानिए क्या रहे वो पांच कारण
टीम इंडिया ने बांग्लादेश को आठ विकेट से हराकर रिकॉर्ड छठी बार तथा महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में दूसरी बार एशिया कप का खिताब जीता। इस टूर्नामेंट का आयोजन पहली बार टी-20 प्रारूप में किया गया था। अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों में भारत की यह लगातार सातवीं जीत थी। बांग्लादेश
नई दिल्ली। टीम इंडिया ने बांग्लादेश को आठ विकेट से हराकर रिकॉर्ड छठी बार तथा महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में दूसरी बार एशिया कप का खिताब जीता। इस टूर्नामेंट का आयोजन पहली बार टी-20 प्रारूप में किया गया था। अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों में भारत की यह लगातार सातवीं जीत थी। बांग्लादेश पर मिली जीत के ये मुख्य पांच कारण रहे।
फॉर्म में लौटे धवन
शिखर धवन की पारी की खूबसूरती यह रही कि जब टीम को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी, तभी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। रोहित शर्मा जल्दी आउट हो गए थे, ऐसे में धवन ने अपने कंधों पर जिम्मेदारी उठाते हुए शानदार अर्धशतक जड़ा। धवन ने 44 गेंदों में 9 चौके और एक छक्के की मदद से 60 रन बनाए। उन्होंने टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया था। उनकी यह पारी भारतीय टीम की जीत का अहम सूत्र रही।
कोहली की असाधारण बल्लेबाजी-
विराट कोहली में खेल की कितनी समझ है, यह फाइनल में फिर से साबित हो गया। जहां अकेले के दम पर भारत को कई मैच जिताने वाले विराट धैर्यपूर्वक बल्लेबाजी करते दिखे। हालांकि उन्होंने 28 गेंदों में 5 चौके की मदद से 41 रन की नाबाद पारी खेली। मगर कोहली ने पहले धवन को स्ट्राइक रोटेट करके खुलकर खेलने का मौका दिया और फिर कप्तान धोनी को भी। कोहली की महानता इस बात से साबित हुई कि उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा करने के बारे में एक बार भी नहीं सोचा।
पुरानी फॉर्म में दिखे धौनी-
धौनी ने आते ही पहली गेंद पर शॉट जमाने की कोशिश की और अपने इरादे जाहिर कर दिए। धौनी ने सिर्फ 6 गेंदों में एक चौके और दो छक्कों की सहायता से नाबाद 20 रन ठोके। उन्होंने अपनी ख्याति के अनुरूप छक्का जमाकर ही भारत को जीत दिलाई। धौनी इतने आक्रामक रूप में नजर आए कि भारत ने सात गेंद शेष रहते आसानी से मैच अपने नाम कर लिया।
बांग्लादेश की नाकाम गेंदबाजी
भारत की जीत में बांग्लादेश की नाकाम गेंदबाज़ी का भी अहम रोल रहा। दूसरे ओवर में अमीन हुसैन के एक विकेट लेने के बाद बांग्लादेश के दूसरे गेंदबाज को दूसरा विकेट लेने के लिए 11 ओवर का इंतजार करना पड़ा। बांग्लादेश के दो गेंदबाज सिर्फ भारत के दो विकेट झटक सके। शकीब और अबु हैदर ने बहुत रन खर्च किए, जिससे कि भारतीय बल्लेबाज खुलकर खेल सके और यही मैच का टर्निंग पाइंट साबित हुआ।
किफायती रहे भारतीय गेंदबाज-
भारत को नेहरा ने पॉवरप्ले में एक बार फिर सफलता दिलाई। उन्होंने लगातार आठवीं बार पॉवरप्ले में विकेट चटकाकर भारत को सफलता दिलाई। इसके अलावा जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन ने किफायती गेंदबाजी करते हुए तीन ओवर में क्रमश: 13 और 14 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया।